भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में स्थित खालसा स्टेडियम में 28 नवंबर को राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के रुकने पर बम विस्फोट की धमकी देने वाले एक गुमनाम पत्र के सिलसिले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को बताया कि दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जबकि तीन अन्य की पहचान की गई है। गौरतलब है कि डाक से भेजे गये एक गुमनाम पत्र में धमकी दी गई है कि अगर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 28 नवंबर को इंदौर के खालसा स्टेडियम में निर्धारित रात्रि विश्राम करती है तो यात्रा के दौरान इंदौर के अलग-अलग स्थानों पर भीषण बम धमाके किए जाएंगे तथा राहुल गांधी व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की हत्या कर दी जाएगी। पत्र में 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र भी किया गया है। यह पत्र इंदौर के जूनी इलाके में मिठाई-नमकीन की एक दुकान के पते पर बृहस्पतिवार शाम को प्राप्त हुआ था और इंदौर पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा 507 (अज्ञात व्यक्ति द्वारा आपराधिक धमकी) के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। धमकी भरे पत्र के बारे में सवाल करने पर भोपाल में मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दो संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। तीन अन्य संदिग्धों की भी पहचान की गई है। पुलिस की एक टीम इस संबंध में हरियाणा गई है।’’
नाराजगी जताई थी
गौरतलब है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल लोगों का कार्यक्रम 28 नवंबर को इंदौर के खालसा स्टेडियम में रात्रि विश्राम का है, जिसमें कुछ ही दिन पहले गुरु नानक जयंती पर कमलनाथ की उपस्थिति को लेकर विवाद हो गया था। आठ नवंबर को गुरु नानक जयंती पर धार्मिक कार्यक्रम में कमलनाथ के स्वागत-सम्मान के बाद मशहूर कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की हिंसा की ओर स्पष्ट इशारा कर मंच से आयोजकों के प्रति तीखे शब्दों में नाराजगी जताई थी। विवाद के बाद भाजपा के स्थानीय नेताओं ने घोषणा की है कि अगर गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ कमलनाथ ने स्टेडियम में कदम रखा, तो पार्टी कार्यकर्ता काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेंगे। मिश्रा ने कहा कि पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता एवं सांसद राहुल गांधी को सुरक्षा प्रदान करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।