CHANDIGRAH : 6 अगस्त को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दो साल पहले उनके खिलाफ दर्ज हुए दंगा के एक मामले में शनिवार को वहाँ की एक स्थानीय अदालत में पेश हुए, मामला काफी पुराना है जब भगवंत मान 2020 में पंजाब में विपक्ष की भूमिका निभा रहे थेl मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेशी के दौरान मान का प्रतिनिधित्व पूर्व महाधिवक्ता अनमोल रतन सिद्धू ने किया,सिद्धू ने अदालत को बताया की जान भूझकर उस समय जब अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री थे तो गलत तरीके से भगवंत मान के उपर मुकदमा दर्ज करवाया गया था l अदालत में पेश होने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उनकी पार्टी (आम आदमी पार्टी) ने बिजली दरों में कमी की मांग को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन किया था।
भगवंत मान के खिलाफ दंगा, मारपीट करवाने के आरोप
मान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पानी की बौछार का इस्तेमाल किया गया था और बाद में उस समय हमारे खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था।’’मान और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ जनवरी 2020 में पार्टी की ओर से किये गए विरोध प्रदर्शन के दौरान दंगा, मारपीट, पुलिस को उनके कर्तव्य का पालन करने से रोकने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। उस समय अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री थे, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) विपक्ष में थी।