Chanakya Niti: चाणक्य नीति हमेशा से ही हर व्यक्ति को जीवन के किसी न किसी मोड़ पर काम जरूर आती है. इसकी वजह यह है कि आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में जीवन के हर पहलू के बारे में अध्ययन किया है.
चाणक्य की नीतियां हमेशा से ही बहुत सटीक, सही और सच्ची रहीं हैं. जिन भी लोगों ने इन नीतीयों को अपने जीवन में अपनाया है. वे किसी न किसी मुकाम पर जरूर पहुंचते हैं.
चाणक्य की नीतियों के अलावा जीवन की कुछ सीख भी दी हैं. आज हम आपको चाणक्य की कुछ सीख बताएंगे जिनसे आपको सीखना भी जरुरी है.
जिस अध्यात्मक सीख का आचरण नहीं किया जाता वह जहर है. जिसका पेट खराब है उसके लिए भोजन जहर है. निर्धन व्यक्त के लिए लोगो का किसी सामिाजक या व्यक्तिगत कार्यक्रम में एकत्र होना जहर है.
जिस व्यक्ति के पास धर्म और दया नहीं है उसे दूर (Chanakya Neeti) करो. जिस गुरु के पास अध्यात्मक ज्ञान नहीं है उसे दूर करो. जिस पत्नी के चेहरे पर हरदम घृणा है उसे दूर करो. जिन रिश्तेदारों के पास प्रेम नहीं उन्हें दूर करो.
मुर्ख के साथ सम्बन्ध ना रखे. हमें पता है मुर्ख व्यक्त दो पैरो वाला जानवर है. ना दिखने वाले काटे के सामान वह धारदार वचनों से हृदय को छलनी करता है.
जो लोग खूबसूरत और जवान है, बड़े घरो में पैदा हुए है, लेकिन जिनके पास विद्या नहीं है, वो पलाश के फूल के समान है जिन्हें कोई खुशबु नहीं.
आदमी का कुल इन बातो से नापा जा सकता है. 1 उसका व्यवहार 2 उसका देश 3 उसकी भाषा के उच्चार. उसकी मित्रता उसके सौहार्द्र पूर्ण व्यवहार से और उसके मुख मंडल की प्रसन्नता से नापी जा सकती है. आदमी के शारीर को देखकर उसकी खाने की क्षमता का पता लगता है.