हाइलाइट्स
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बीज निगम के रिटायर्ड कर्मचारियों का आंदोलन
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रिटायर्ड कर्मचारियों का मांगों को लेकर प्रदर्शन
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3 दिन से भोपाल में धरना जारी
Beej Nigam Bhopal: राजधानी भोपाल में बीज निगम के सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी अपनी लंबित मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। तपती गर्मी के बीच निगम मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे ये कर्मचारी मध्यप्रदेश सरकार की उदासीनता से नाराज हैं। यह धरना प्रदर्शन 3 दिन से जारी है। इनकी प्रमुख मांगों में ग्रेच्युटी का पूर्ण भुगतान, अवकाश नगदीकरण और समयमान वेतन शामिल हैं। इन कर्मचारियों का आरोप हैं कि सरकार मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। रिटायर्ड कर्मचारियों का यह भी कहना है कि न्यायालय आदेशों की अनदेखी हो रही है।
बीज निगम के रिटायर्ड कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
धरना प्रदर्शन कर रहे रिटायर्ड कर्मचारियों का आरोप है कि बीज निगम प्रबंधन न्यायालयों के आदेशों की अवमानना कर रहा है। ग्रेच्युटी और अन्य लाभों के संदर्भ में समय-समय पर पारित आदेशों का पालन नहीं किया गया है। कई कर्मचारियों को ब्याज सहित राशि देने के निर्देश होने के बावजूद अभी तक भुगतान नहीं किया गया।
आधा-अधूरा भुगतान, कर्मचारी नाराज
रिटायर्ड कर्मचारियों का कहना है कि प्रबंधन ने आनन-फानन में आधा-अधूरा ग्रेच्युटी भुगतान किया गया है, जो न केवल नियम विरुद्ध है बल्कि कर्मचारियों की आत्म-सम्मान पर चोट भी है। कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का पूरा भुगतान किया जाए। कर्मचारियों के समयमान वेतनमान का भुगतान के अभी तक आदेश जारी नहीं हुए हैं।
वेतनमान और नगदीकरण का आदेश लंबित
मांगों को लेकर रिटायर्ड कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन 3 दिन से चल रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक समयमान वेतनमान और अवकाश नगदीकरण के आदेश जारी नहीं किए गए हैं। कर्मचारी चाहते हैं कि तुरंत आदेश जारी कर भुगतान की प्रक्रिया शुरू की जाए। कर्मचारियों को जो भुगतान किया गया है उसमें 30 प्रतिशत राशि किस नियम के तहित रोकी गई है यह पूर्णत न्याय संगत नहीं है, तत्काल पूर्ण भुगतान किया जाए।
संकट में कर्मचारी
रिटायर्ड कर्मचारी अरुण कुमार को समय पर भुगतान नहीं मिला, जिससे इलाज के अभाव में उनकी मौत हो गई। डीके दुबे और अन्य कर्मचारी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं लेकिन आर्थिक तंगी के कारण इलाज नहीं करा पा रहे हैं। कई कर्मचारियों भी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। कोई बेटी की शादी के लिए तो कोई परिवार के भरण पोषण को लेकर परेशान हैं।
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आउटसोर्सिंग से बढ़ी दिक्कतें
बीज निगम प्रबंधन पर ये भी आरोप है कि निगम में 50 से ज्यादा बाहरी अनुभवहीन लोगों को नियुक्त किया गया है, जिससे निगम को वित्तीय नुकसान हो रहा है। बीज निगम के संचालक मंडल ने प्रस्ताव पारित किया गया था कि निगम के कर्मचारियों को रिटायर होने के बाद 50 प्रतिशत वेतन पर रखा जाएगा, लेकिन इस मामले में गंभीरता नहीं दिखाई गई।
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