Bangladesh Student Protest: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण के विरोध में स्टूडेंट्स जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस हिसंक प्रदर्शन में अब कर करीब दो हजार से अधिक लोग घायल हो चुके हैं और 100 से ज्यादा लोग इस हिसंक प्रदर्शन में अपनी जान गंवा चुके हैं।
वहीं, रविवार 21 जुलाई को बांग्लादेश के उच्चतम न्यायालय ने सरकारी नौकरी में कोटा को लेकर एक बड़ा फैसला किया है। सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में आरक्षण को लेकर हिंसा के बाद सरकारी नौकरियों में आरक्षण की कटौती की है। शीर्ष अदालत ने 93 प्रतिशत पद मेरिट के आधार पर भरने का आदेश दिया है।
30 फीसदी आरक्षण समाप्त!
बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने हिंसक प्रदर्शन के बीच रविवार को इस मामले की गंभीरता को समझते हुए कहा कि 93 फीसदी सरकारी नौकरियों में चयन मेरिट के आधार पर किया जाएगा, जबकि सात प्रतिशत पद पर 1971 में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में लगने वालों के रिश्तेदारों व अन्य श्रेणियों के लिए आरक्षित किए जाएंगे।
बता दें कि इस आदेश से पहले 1971 में युद्ध लड़ने वालों के रिश्तेदारों के लिए नौकरियों में तीन फीसदी तक आरक्षण दिया जाता था। इसके अलावा 10 फीसदी पिछड़े प्रशासनिक जिलों के लिए, 10 फीसदी महिलाओं, 5 फीसदी जातीय अल्पसंख्यक समूहों और एक फीसदी विकलांग लोगों के लिए आरक्षण की व्यवस्था थी।
छात्रों की 30 फीसदी कोटे खत्म करने की मांग
देशभर में छात्र-छात्राएं हिंसक प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बांग्लादेश में स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों को मिलने वाले तीन फीसदी आरक्षण को समाप्त कर दिया जाए। बता दें कि धीरे-धीरे यह प्रदर्शन बेकाबू होते जा रहा था और कई लोगों की जान भी इसमें चली गई थी। साथ ही बांग्लादेश में हर साल करीब तीन हजार नौकरियां निकलती हैं, जिसके लिए करीब चार लाख लोग आवेदन करते हैं।
अब तक करीब 103 लोगों की मौत
पूरे देश में यह हिंसक प्रदर्शन उग्र रूप लेता जा रहा है। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर कई दिन से प्रदर्शन हो रहे थे और हालात बिगड़ने पर शनिवार को पूरे देश में कठोर कर्फ्यू लगा दिया था।
सैन्य बलों ने राष्ट्रीय राजधानी ढाका के विभिन्न हिस्सों में गश्त की। बांग्लादेशी अधिकारियों ने मृतकों और घायलों की कोई आधिकारिक संख्या साझा नहीं किया है। वहीं समाचार दैनिक प्रोथोम अलो में शनिवार को प्रकाशित एक खबर में बताया था कि अब तक कम से कम 103 से ज्यादा लोग इस हिंसक प्रदर्शन में मारे गए हैं।
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