Ban Unparliamentary Words: इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने एक नया आदेश जारी किया है। जिसके जरिए असंसदीय शब्दों की लिस्ट जारी की गई जहां पर इन शब्दों का प्रयोग करना अब प्रतिबंधित हो गया है।
जानें संसद ने आदेश में क्या कहा
इस खबर को लेकर बताते चलें कि, संसद में नया आदेश जारी किया है जिसमें कहा कि, संसद में किसी भी तरह के धरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सांसद किसी भी प्रदर्शन, धरना, हड़ताल, अनशन या किसी भी तरह के धार्मिक समारोह संसद भवन के परिसर में नहीं कर सकेंगे। राज्यसभा महासचिव ने इसके लिए सदस्यों का सहयोग भी मांगा है।
पुस्तिका में इन शब्दों को किया बैन
आपको बताते चलें कि, बीते दिन पहले संसद के मानसून सत्र के लिए पुस्तिका जारी की गई है। जिसमें असंसदीय शब्दों की सूची जारी की है। जहां पर इस लिस्ट में कई प्रकार के शब्दों को शामिल किया गया है। जिसमें सांसद जुमलाजीवी, बाल बुद्धि, कोविड स्प्रेडर, स्नूपगेट, शर्मिंदा, रक्तपात, खूनी, धोखा, शर्मिंदा, दुर्व्यवहार, धोखा, चमचा, चमचागिरी, बचकाना, भ्रष्ट, कायर, मगरमच्छ के आंसू, अपमान, गधा, गुंडागर्दी, पाखंड, अक्षम, झूठ, असत्य, गदर, गिरगिट, गुंडे, अहंकार, काला दिन, दलाल, दादागिरी, दोहरा चरित्र, खरीद-फरोख्त, बेचारा, लॉलीपॉप, विश्वासघात, संवेदनहीन, मूर्ख, बहरी सरकार, यौन उत्पीड़न, चिलम लेना, कोयला चोर, ढिंढोरा पीटना, अराजकतावादी, शकुनि, तानाशाही, जयचंद, विनाश पुरुष, खालिस्तानी, बॉबकट, खून से खेती, निकम्मा, नौटंकी जैसे शब्द बोले पकड़े गए तो उन्हें संसद से बेदखल होगें।