Baloda Bazar Violence Update: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के महकोनी स्थित अमर गुफा में जैतखाम काटने और बलौदाबाजार हिंसा की न्यायिक जांच होनी है. जिसकी जांच के लिए न्यायिक आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश सीबी बाजपेयी कल यानि 18 जुलाई को सुबह 9 बजे बलौदाबाजार जिला पहुंचेंगे. जहां से वे गिरौदपुरी और महकोनी स्थित अमर गुफा जाकर मामले की जांच करेंगे.
बता दें कि जैतखाम काटने और उसके बाद पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट सतनामी समाज के लोगों ने सीबीआई (CBI) जांच की मांग की थी. जिसके बाद राज्य सरकार ने न्यायिक जांच का आदेश दे दिया था. तो वहीं इस घटना से आक्रोशित होकर समाज के लोगों ने दशहरा मैदान में प्रदर्शन किया था. जिसमें पूरे प्रदेश और बाहरी राज्यों से भी लोग पहुंचे थे. प्रदर्शन के दोरान आगजनी हिंसा तोड़फोड़ की घटना हुई थी.
पुलिस ने मंगलवार को 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार
बलौदाबाजार हिंसा मामले में गिरफ्तारियों का दौर जारी है. इसी कड़ी में पुलिस ने मंगलवार को 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें भीम रेजीमेंट छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश चतुर्वेदी भी शामिल हैं. इन गिरफ्तार आरोपियों में से दो आरोपियों ने सोमवार को ही कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुके थे. जिन्हें पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस मामले में अब तक 168 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
मुख्य साजिशकर्ता भी गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में मुख्य साजिशकर्ता और योजना बनाने वाले आरोपी मोहन बंजारे समेत तीन आरोपियों को सोमवार को ही गिरफ्तार किया है. आरोपी मोहन बंजारे शासकीय टीचर है. जिसने मंच संचालक और दूसरे जिलों से लोगों को धरना प्रदर्शन में बलौदाबाजार बुलाने का काम किया था.
तोड़फोड़ में शामिल जोमैटो डिलीवरी बॉय गिरफ्तार
10 जून को हुई बलौदाबाजार हिंसा मामले (Baloda Bazar Violence Update) में तोड़फोड़ में शामिल एक जोमेटो डिलेवरी बॉय को पुलिस ने 11 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी युवक मुंगेली जिले का रहने वाला बताया जा रहा है. घटना के दिन आरोपी कुलदीप राय ने पुलिस जवानों पर और परिसर में रखे गाड़ियों पर पत्थरबाजी और डंडे चलाए थे. सीसीटीवी फुटेज खंगालने के दौरान आरोपी की पहचान हुई है. पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
भीम क्रांतिवीर छात्रसंघ के प्रदेश अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले (Baloda Bazar Violence Update) में पुलिस ने 9 जुलाई को भीम क्रांतिवीर छात्रसंघ के प्रदेश अध्यक्ष गोपी बंदे और भीम क्रांतिवीर उपाध्यक्ष संदीप कोसले को गिरफ्तार किया था. इस मामले में अब तक 159 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इन दोनों पर आंदोलन की रूपरेखा बनाने और आयोजक समिति के अहम सदस्यों के रूप में शामिल होने जैसे आरोप है. पुलिस ने इनकी पहचान वीडियो और सीसीटीवी फुटेजों के आधार पर की है.
भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी हो चुके हैं गिरफ्तार
बलौदाबाजार हिंसा मामले में पुलिस ने भीम आर्मी के प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े और उपाध्यक्ष दिनेश आजाद को भी गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही भीम आर्मी के प्रदेश महासचिव राम स्वरूप, भीम आर्मी का एक और सदस्य राजकुमार सतनामी और ग्राम पंचायत कारी के सरपंच पति को भी गिरफ्तार किया था.
वहीं भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि 10 जून को हुई धरना-प्रदर्शन के आयोजनकर्ताओं में भीम आर्मी सबसे बड़ा नाम था.
साथ ही पुलिस ने बलौदाबाजार हिंसा मामले में NSUI के विधानसभा अध्यक्ष सहित 7 और आरोपियों को गिरफ्तार किया था. NSUI विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा पर 10 जून को आगजनी के दौरान तोड़फोड़ करने का आरोप है.
मामले में 13 अलग-अलग FIR दर्ज
पुलिस ने आरोपी के पास से लूट का मोबाइल भी बरामद किया है. इस मामले में 13 अलग-अलग FIR दर्ज की गई है. वहीं कुल 151 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वीडियो, फोटो, CCTV फुटेज समेत कई तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपियों की सिनाख्त की जा रही है.
पुलिस ने हिंसा मामले में 21 जून को एक आरोपी को और गिरफ्तार किया. आरोप है कि उसी ने 10 जून को बवाल के दौरान संयुक्त कार्यालय में तिरंगा फहराने वाले पोल पर सफेद ध्वज लगा दिया था. इसका हिंसा के दौरान एक वीडियो भी सामने आया था.
240 निजी और सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त
बलौदाबाजार कलेक्टर ने बताया था कि घटना में लगभग 240 निजी और सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं. जिनमें 31 निजी और 4 सरकारी चार पहिया वाहन पूरी तरह जले हैं. लगभग 12 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है. बीमा कंपनियों से गाड़ियों को हुई क्षति के लिए राशि दिलवाई जा रही है. अब तक 7 से 8 लोगों को बीमा की राशि मिल चुकी है और लगभग 23 केस प्रोसेस में हैं.
10 जून को भड़की थी हिंसा
बता दें कि 15 मई की रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को नुकसान पहुंचाया गया था. जैतखाम तोड़े जाने का समाज के हजारों की संख्या में लोगों ने 10 जून को विरोध किया और असली आरोपियों को अरेस्ट करने की मांग की.
हालांकि पुलिस ने इस केस में 3 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था. इस पर लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली नहीं थे. पुलिस मुख्य दोषियों को बचाने का काम कर रही है. सोमवार को प्रदर्शन के बाद लोग उग्र हो गए. इसके बाद हालात बिगड़े. और यह उग्र हिंसा में तब्दील हो गई. जिसमें करोड़ों का नुकसान हुआ है.
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