Baloda Bazar Violence: बलौदाबाजार हिंसा और आगजनी के मामले में पुलिस ने 3 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े भी शामिल है. पुलिस के अनुसार, अब तक इस मामले में भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष की सबसे बड़ी गिरफ्तारी की गई है.
मामले में अब तक 148 लोगों की गिरफ्तारी
वहीं भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े के साथ भीम आर्मी का एक और सदस्य राजकुमार सतनामी और ग्राम पंचायत कारी के सरपंच पति को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि 10 जून को हुई धरना-प्रदर्शन के आयोजनकर्ताओं में भीम आर्मी सबसे बड़ा नाम था. बता दें कि इस मामले में अब तक 148 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
साथ ही पुलिस ने मंगलवार को बलौदाबाजार हिंसा मामले में NSUI के विधानसभा अध्यक्ष सहित 7 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. NSUI विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा पर 10 जून को आगजनी के दौरान तोड़फोड़ करने का आरोप है.
मामले में 13 अलग-अलग FIR दर्ज
पुलिस ने आरोपी के पास से लूट का मोबाइल भी बरामद किया है. इस मामले में 13 अलग-अलग FIR दर्ज की गई है. वहीं कुल 148 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वीडियो, फोटो, CCTV फुटेज समेत कई तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपियों की सिनाख्त की जा रही है.
पुलिस ने हिंसा मामले में 21 जून को एक आरोपी को और गिरफ्तार किया. आरोप है कि उसी ने 10 जून को बवाल के दौरान संयुक्त कार्यालय में तिरंगा फहराने वाले पोल पर सफेद ध्वज लगा दिया था. इसका हिंसा के दौरान एक वीडियो भी सामने आया था.
240 निजी और सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त
बलौदाबाजार कलेक्टर ने सोमवार को बताया था कि घटना में लगभग 240 निजी और सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं. जिनमें 31 निजी और 4 सरकारी चार पहिया वाहन पूरी तरह जले हैं. लगभग 12 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है. बीमा कंपनियों से गाड़ियों को हुई क्षति के लिए राशि दिलवाई जा रही है. अब तक 7 से 8 लोगों को बीमा की राशि मिल चुकी है और लगभग 23 केस प्रोसेस में हैं.
10 जून को भड़की थी हिंसा
बता दें कि 15 मई की रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को नुकसान पहुंचाया गया था. जैतखाम तोड़े जाने का समाज के हजारों की संख्या में लोगों ने 10 जून को विरोध किया और असली आरोपियों को अरेस्ट करने की मांग की.
हालांकि पुलिस ने इस केस में 3 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था. इस पर लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली नहीं थे. पुलिस मुख्य दोषियों को बचाने का काम कर रही है. सोमवार को प्रदर्शन के बाद लोग उग्र हो गए. इसके बाद हालात बिगड़े. और यह उग्र हिंसा में तब्दील हो गई. जिसमें करोड़ों का नुकसान हुआ है.
अंग्रेजों के जमाने का रिकॉर्ड खत्म
जानकारी मिली है कि बलौदाबाजार (Baloda Bazar Violence) कलेक्टोरेट में अंग्रेजों के जमाने का लगभग 100 से 120 साल पुराना राजस्व का रिकॉर्ड रखा हुआ था. उपद्रव की आग में यह रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया.
बता दें कि 2011-12 में बलौदाबाजार को अलग जिले का दर्जा मिला. उसी के बाद 10 ट्रकों में यहां से पूरा रिकॉर्ड एक-एक कर बलौदाबाजार लाया गया था. प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि सोमवार को बलौदाबाजार कलेक्टोरेट में लगाई गई आग में एक भी रिकॉर्ड सुरक्षित नहीं बच पाया है.
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