Baloda Bazar News: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हनी ट्रैप मामले में एक नई गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने हीराकली चतुर्वेदी (35) को गिरफ्तार किया है, जो पहले से फरार थी। इस मामले में आरोप है कि लाखों रुपए की वसूली की गई थी, जबकि लोगों को आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकी दी गई थी।
सिटी कोतवाली में हनी ट्रैप से संबंधित कुल 5 FIR दर्ज की गई हैं। पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान हीराकली चतुर्वेदी का नाम सामने आया, जो आरोपियों के साथ होटल में लोगों से मिलती थी।
मजबूर लड़कियों से कराया जाता था काम
टिफिन संचालक ने सेक्सटॉर्शन का सिंडिकेट बनाया है। लक्ष्मीकांत केशरवानी नामक यह व्यक्ति टिफिन सेंटर चलाता था और इस दौरान उसने कुछ प्रभावशाली लोगों के संपर्क में आकर उन्हें फंसाने के लिए मजबूर लड़कियों को काम पर रखा।
इस बीच, उसका संपर्क प्रत्यूष उर्फ मोंटी मरैया से हुआ, जिसकी पत्नी दुर्गा टंडन कॉल गर्ल रैकेट चला रही थी। जब लड़कियों को भेजकर धंधा चलने लगा, तो लक्ष्मीकांत ने अन्य आरोपियों को भी शामिल कर लिया। इस तरह, उनका सेक्स रैकेट सेक्सटॉर्शन में बदल गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस गिरोह के कारण एक डॉक्टर की संदिग्ध परिस्थिति में मौत भी हुई थी।
ये लोग थे गिरोह के टारगेट
गिरोह का टारगेट मुख्य रूप से प्रोफेसर, डॉक्टर, शिक्षक, सरकारी कर्मचारी, राजनीतिज्ञ, बिजनेसमैन और रिटायर्ड बैंक ऑफिसर थे।
बलौदाबाजार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह को सूचना मिली कि कुछ व्यापारियों को ब्लैकमेल करके पैसे वसूले जा रहे हैं। इसी दौरान हनी ट्रैप सिंडिकेट में पैसे को लेकर विवाद शुरू हुआ, जो अंततः पुलिस तक पहुंचा।
मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने लोगों से अपील की कि जो भी धोखाधड़ी या हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं, वे सामने आएं, और उनका नाम गुप्त रखा जाएगा। इसके बाद, 5 लोग पुलिस के पास पहुंचे, जिन्होंने आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई।
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