हाइलाइट्स
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27 मई को मिली थी युवक-युवती की लाश
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पीएम रिपोर्ट में करंट लगने से हुई मौत
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मौके पर नहीं मिले करंट फैलाने के निशान
Balrampur Crime: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बजरंग दल नेता सुजीत स्वर्णकार और युवती के शव हाईवे किनारे मिले थे।
इसके बाद शहर में व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया था। युवक-युवती की हत्या के मामले में दोनों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है।
इस खुलासे के बाद पुलिस की जांच की दिशा ही बदल गई है।
पोस्टमॉर्टम की जांच रिपोर्ट (Balrampur Crime) में यह खुलासा हुआ है कि उनकी मौत करंट लगने से हुई है। पीएम रिपोर्ट में इस खुलासे के बाद पुलिस जांच में नया एंगल जुड़ गया है।
अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि दोनों को कहीं साजिश के तहत तो करंट से नहीं मारा गया या फिर जंगल में जानवरों का शिकार करने के लिए करंट फैलाया गया था।
जिसकी चपेट में बजरंगदल नेता और युवती आ गए।
27 मई को जंगल में मिली थी लाश
बता दें कि जिला मुख्यालय बलरामपुर से लगे डुमरखी के जंगल में 27 मई को बजरंग दल के जिला सह संयोजक सुजीत स्वर्णकार (25 वर्ष) और किरण काशी (22 वर्ष) की लाश (Balrampur Crime) मिली थी।
घटनास्थल पर उनकी स्कूटी और मोबाइल भी पड़े मिले थे। जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है।
पुलिस की शुरुआती जांच में हाथ-पैर के साथ कमर में निशान के कारण सुजीत की पीट-पीटकर हत्या की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन इसमें करंट का नया एंगल आने से जांच की दिशा भी बदली है।
अब करंट के एंगल से भी होगी जांच
दोनों युवक-युवती के शवों की पीएम रिपोर्ट (Balrampur Crime) सामने आई है। इसमें करंट से मौत का जिक्र है। इधर पुलिस की प्राथमिक जांच में दोनों के शवों में जलने के निशान थे।
इसके बाद यह आशंका थी कि हत्या के बाद शवों को जलाने की कोशिश की गई है। फॉरेंसिक जांच के बाद पीएम रिपोर्ट में सामने आया है कि जलने के निशान करंट लगने की वजह से बने थे।
पीएम रिपोर्ट के अनुसार दोनों की मौत (Balrampur Crime) करंट लगने से हुई है। पुलिस को युवती की लाश में जो निशान मिला था, उसमें उसने जो मोटा डंडा हाथ में पकड़ा था, वहां उसका हाथ जला हुआ था।
करंट फैलाने के नहीं मिले निशान
जानकारी मिली है कि जहां सुजीत स्वर्णकार और किरण काशी का शव मिला था, वहां करंट (Balrampur Crime) फैलाने के निशान नहीं मिले।
ऐसे में पुलिस अब इस छानबीन में लगी है कि घटनास्थल पर करंट जानवरों के शिकार के लिए प्रवाहित किया गया था या फिर सुनियोजित तरीके से युवक-युवती की हत्या के लिए कंरट फैलाया गया।
अब पुलिस इसकी जांच कर रही है। बताया जाता है कि पहले भी बलरामपुर जिले में पहले भी शिकार के लिए जंगल में करंट फैलाया गया है। इससे करंट की चपेट में आने से कुछ लोगों और हाथियों की जान भी चली गई थी।
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पुलिस टीमें जांच में लगीं
बलरामपुर (Balrampur Crime) एसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दोनों की करंट से मौत होने की वजह सामने आई है।
ये घटना किन हालात में घटी है। इसकी जांच की कर रहे हैं। पुलिस की अलग-अलग टीमें जांच में जुटी हुई है। हर एंगल से जांच की जा रही है।