हाइलाइट्स
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पुलिस पर विशेष धर्म का समर्थन करने का आरोप
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रातीबड़ थाने में दर्ज की गई एनसीआर रिपोर्ट
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बजरंग दल ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
भोपाल। Bhopal Crime News: बजरंग दल कार्यकर्ताओं से मारपीट के मामले में टीआई समेत 5 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर रातीबड़ पुलिस ने दर्ज की है।
इधर विहिप का आरोप है कि रिपोर्ट सामान्य NCR में दर्ज की गई है। इसके विरोध में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
जानकारी के अनुसार रातीबड़ पुलिस ने भोपाल (Bhopal Crime News) में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की थी।
इस मामले में रातीबड़ थाने में रातीबड़ थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव, एसआई उदय सिसोदे, हेड कॉन्स्टेबल महेश दांगी, रवींद्र पाल, अतुल जांगले समेत 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ NCR दर्ज की गई है।
ये था पूरा मामला
जानकारी मिली है कि पहले बजरंग दल और कुछ लोगों के बीच आपस में विवाद हुआ था। इस मामले में एक युवक विशेष धर्म का भी शामिल था।
आपस में विवाद का मामला मारपीट में बदल गया, लेकिन भोपाल (Bhopal Crime News) की रातीबड़ पुलिस ने इसे संभालने की कोशिश की। मामला नहीं संभला तो पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की।
आक्रोशित बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने किया था थाने का घेराव
आपसी विवाद के बाद भोपाल (Bhopal Crime News) की रातीबड़ पुलिस ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। इस मामले के बाद आक्रोशित बजरंग दल ने पुलिस पर विशेष धर्म के लोगों का समर्थन करने का आरोप लगाया।
इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने रातीबड़ थाने का घेराव किया था। बजरंग दल ने थाने का घेराव कर थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी।
इस पर रातीबड़ थाना में टीआई समेत पांच पुलिसकर्मियों पर एफआईआर की जगह एनसीआर दर्ज की गई है।
जानें क्या होती है NCR
बता दें कि थानों में शिकायत करने की प्रक्रिया में शामिल एनसीआर है। इसको अंग्रेजी में नॉन कॉग्निजेबल रिपोर्ट कहते हैं। इसका अर्थ है गैर-संज्ञेय अपराध सूचना।
इस एनसीआर (Bhopal Crime News) में मामूली झगड़े, गाली-गलौज, या कोई दस्तावेज आदि खो जाने की शिकायत दई कराई जाती है। शांति भंग करने के मामले में भी एनसीआर की श्रेणी में आते हैं।
इस तरह के मामले में जब कोई पीड़ित व्यक्ति थाने में शिकायत दर्ज कराने जाता है तो पुलिस ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज करने की बजाय एनसीआर दर्ज कर लेती है।
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इन मामलो में अधिकतर NCR
बता दें कि पुलिस कुछ मामलों में एफआईआर (Bhopal Crime News) की जगह एनसीआर ही दर्ज करती है। एनसीआर में धोखा-धड़ी, मोबाइल चोरी, पॉकेट कटना, मामूली झगड़ा या मारपीट होना आदि जैसे मामले आते हैं।
पुलिस की नजर में ये सभी अपराध मामूली माने जाते हैं। इस तरह के अपराधों को लेकर एनसीआर का नियम बनाया गया है।
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