छतरपुर। Bageshwar Dham Wedding इन दिनों बागेश्वर धाम का नाम चर्चा में चल रहा है तो वहीं पर धाम में पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विवादों में घिरे हुए हैं इससे उलट ही मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में आने वाली 18 फरवरी को शिवरात्रि के मौके पर बागेश्वर धाम में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन होने जा रहा है जिसमें 121 गरीब कन्याओं का विवाह होगा। जिसकी तैयारियां शुरू हो गई है।
दूल्हे के कैरेक्टर
आपको बताते चलें कि, सामूहिक विवाह की तैयारियां जारी है वहीं पर दुल्हन के साथ दूल्हे के चयन के लिए भी सर्वे किया जा रहा है। दुल्हन की घर की आर्थिक हालत के साथ दूल्हे के कैरेक्टर तक की जांच की जा रही है। यहां जांच में कार्यकर्ता यह पता लगा रहे है कि, शादी के लिए आवेदन करने वाले अभिभावक के घर की हालत कैसी है? उनकी आमदनी कितनी है? घर में क्या सुविधाएं मौजूद हैं? वर-वधु की उम्र जानने के लिए उनके शैक्षणिक प्रमाण-पत्र देखे जा रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि भावी दूल्हे के घर में टॉयलेट है या नहीं, यह जानकारी भी ली जा रही है।बागेश्वर धाम के सामूहिक विवाह समारोह में चयन के लिए योग्यताएं काफी कड़ी हैं। आर्थिक रूप से संपन्न घरों के वर-वधु इसके लिए पात्र नहीं होते। जो परिवार अपनी बेटी का विवाह कर पाने में सक्षम है, उसका आवेदन मंजूर नहीं होता।
इन मापदंडो को पूरा करना जरूरी
आपको बताते चलें कि, बागेश्वर धाम के निर्धारित मापदंडों के आधार पर ही दुल्हा -दूल्हन का शादी के लिए चयन होगा जिसमें सामूहिक विवाह समारोह में चयन के लिए दुल्हन की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो और कच्चा मकान हो। कन्या का पिता या परिवार का कोई सदस्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हो या किसी प्रकार की अपंगता के चलते काम कर पाने में असमर्थ हो। कन्या के माता या पिता का निधन हो गया हो, तब उनका आवेदन स्वीकार किया जाता है।दूल्हे की आयु 21 साल से अधिक होना जरूरी है। वह किसी तरह का नशा नहीं करता हो। दूल्हे या उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं हो। घर में टॉयलेट होना भी अनिवार्य शर्त है।जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक कमेटी गठित की जाएगी। कमेटी चयन समिति की रिपोर्ट के आधार पर आवेदकों का चयन करेगी। 30 जनवरी से पहले सूचना दी जाती है।