Dhirendra Krishna Shashtri on Firecrackers: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान से एक बार फिर विवाद छिड़ गया है. दीपावली के अवसर पर पटाखों पर लगे बैन को लेकर हो रही बहस में अब बाबा बागेश्वर भी शामिल हो गए हैं, और उन्होंने इस प्रतिबंध को षड्यंत्र करार दिया है.
दरअसल पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बड़ा बयान देते हुए सवाल उठाया है कि “दीवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध क्यों लगाया जाता है, जबकि बकरों की कुर्बानी पर कोई रोक नहीं है”.
उन्होंने कहा है कि यह एक षड्यंत्र बंद होना चाहिए. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ये भी कहा कि “बकरीद (Bakrid Ban) और न्यू ईयर के मौकों पर लोगों का ज्ञान कहीं गायब हो जाता है. उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे लोगों पर सुतली बम रखवाने चाहिए”.
यह देश का दुर्भाग्य है- पंडित धीरेंद्र शास्त्री
देश में कई जगहों पर प्रदूषण के चलते पटाखों को बैन कर दिया गया है. जिस पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि ” यह देश का दुर्भाग्य है कि जब भी सनातन हिन्दू धर्म का कोई भी त्यौहार आता है तो कानूनों का उल्लंघन होने लगता है.
लोग रोक लगाने की मांग करने लगते हैं.” कल हम एक न्यूज़ चैनल (baba bageshwar Dhirendra Shastri) पर देख रहे थे जिसमें किसी ने कहा कि जितने दीयों में तेल जलाया जय है उतना गरीबों को बांट दो भला होगा.”
हम उन महामूर्खानंद से कहना चाहते हैं कि “देश में बकरीद भी होती है, बकरीद बंद करवा दें, जो लाखों बकरे कटते हैं वो रूक दें जिससे जीव हिंसा नहीं होगी. उन पैसों को गरीब में बांट दें.
दिल्ली समेत कई राज्यों में पटाखे बैन
दिल्ली समेत कुछ राज्यों में प्रदूषण की वजह से पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। दिल्ली और एनसीआर में पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह से रोक है.
दिल्ली-एनसीआर के कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 350 से अधिक पहुंच गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इसी कारण दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध की (Dhirendra Krishna Shashtri) घोषणा की है.
मिजोरम में भी सरकार ने प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए क्रिसमस और नए साल के दौरान सभी प्रकार के पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। मिजोरम के गृह मंत्री के. सपदांगा ने 28 अक्टूबर को कहा कि सरकार आतिशबाजी (Dhirendra Krishna Shashtri) के परिवहन और पटाखे फोड़ने में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.
अतीत में भी मिजोरम ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए क्रिसमस और नए साल के मौके पर पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था.