Baal Aadhaar : प्राइवेट संस्थानों से लेकर सरकारी योजनाओं तक आधार कार्ड सबसे जरूरी हो गया है। आधार कार्ड प्रत्येक नागरिक की पहचान बन चुका है। बड़े ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी आधार कार्ड जरूरी है। देशभर में पिछले चार महीने में करीब 79 लाख बच्चों के आधार कार्ड (Baal Aadhaar) बनाए गए है। इस बात की जानकारी सरकारी एजेंसी यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दी है।
क्या होता है बाल आधार? (Baal Aadhaar)
देश में बाल आधार (Baal Aadhaar) अभियान के तहत बाल आधार कार्ड बनाए जा रहे है। बाल आधार कार्ड 0 से लेकर 5 साल तक के बच्चों के बनते है। बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar) से खाताधारक बच्चों और उनके अभिभावकों को कई सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलता है। बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar) में बच्चों की बायोमेट्रिक्स डिटेल नहीं ली जाती। बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar) माता-पिता के आधार से लिंक होता है। जब बच्चा 5 साल से अधिक उम्र का हो जाता है तो उसका पहली बार बायोमेट्रिक्स अपडेट लिया जाता है। इसके बाद 18 साल पूरे होने के बाद फिर बायोमेट्रिक्स लिया जाता है। आपको बता दें कि बाल आधार कार्ड(Baal Aadhaar) , सामान्य आधार से देखने में अलग होता है। यह कार्ड नीले रंग का होता है। बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar) पर वैधता बच्चे के 5 साल की उम्र तक लिखी होती है।
जरूरी दस्तावेज
बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar) के लिए जरूरी दस्तावेज की बात करे तो बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट देनी होती है या फिर आप चाहे तो सरकारी हॉस्पिटल की जच्चा-बच्चा का डिस्चार्ज स्लिप दे सकते है। इसके अलावा के माता-पिता में से किसी एक का आधार कार्ड देना होता है। वही पांच साल से कम उम्र के बच्चों का आधार कार्ड (Baal Aadhaar) बनवाने के लिए आधार सेवा केंन्द्र जाना होता है।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन
बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar) बनवाने के लिए नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाना होता है। इसके लिए आपको आवेदन फॉर्म लेकर भरना होगा। फॉर्म के साथ माता-पिता का आधार कार्ड, बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट की फोटो कॉपी लगानी होगी। आवेदन फॉर्म पर मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। वेरिफिकेशन होने के बाद बच्चे की तस्वीर ली जाएगी। आवेदन करने के 60 दिनों के अंदर माता-पिता के मोबाइल पर टेक्स्ट मैसेज के जरिए अपडेट आएगा। इसके बाद बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar) डाक के जरिए घर के पते पर भेजा जाता है।