Corona Update: आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी डॉक्टर्स भी करेंगे कोरोना का इलाज, सरकार कोरोना से निपटने के लिए लेगी सहायता…

भोपाल। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ने खूब तबाही मचाई है। हजारों लोग इस लहर की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं। दूसरी लहर का प्रकोप थमा नहीं था कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी भी जारी कर दी है। अब कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए शिवराज सरकार ने प्रदेश में पूरी तैयारी कर ली है। प्रदेश के आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सकों के लिए भी अच्छी खबर है। अब यह चिकित्सक भी कोरोना का इलाज कर सकेंगे।
सरकार इन चिकित्सकों की ”वैद्य आपके द्वार योजना” के तहत सहायता लेगी। आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सक फिलहाल टेलीमेडिसिन के जरिये कोरोना मरीजों की मदद करेंगे। कोरोना महामारी के इस प्रचंड दौर में आयुष विभाग नए स्वरूप में सेवाएं देने का प्रयास कर रहा है। अब आयुषक्योर मोबाइल ऐप के माध्यम से लोगों को घर बैठे आयुष चिकित्सक की सेवाएं दी जाएंगी।
आयुष मंत्री ने दी जानकारी
इसकी जानकारी आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे ने दी है। कावरे ने कहा कि इस ऐप की मदद से कई आयुर्वेद चिकित्सकों को जोड़ा जा रहा है। इसके जरिए कोरोना मरीजों को इलाज दिया जाएगा। इस ऐप को डाउनलोड करके लोग इन सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। इस ऐप के माध्यम से लोग कोरोना से जुड़ा इलाज के लिए डॉक्टर्स की मदद ले सकते हैं। बता दें कि सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी कर रही है। रविवार शाम को सीएम शिवराज सिंह ने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में 1000 बिस्तरों वाला माधव सेवा केंद्र क्वारेंटाइन सेंटर का उद्घाटन किया है। मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में 1000 बिस्तरों वाला माधव सेवा केंद्र क्वारेंटाइन सेंटर शुरू हो चुका है।
इसका उद्घाटन सीएम शिवराज सिंह द्वारा किया जा चुका है। उद्घाटन के मौके पर धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे। राजधानी के लाल परेड ग्राउंड पर बनाया गया यह कोविड सेंटर भाजपा की जिला इकाई और सामाजिक संगठनों के सहयोग से बनाया गया है। यहां कोरोना के सामान्य लक्षण वाले मरीजों को भर्ती किया जाएगा। इसके साथ ही यहां भर्ती किसी मरीज की स्थिति बिगड़ती है तो उसके लिए ऑक्सीन कंस्ट्रेटर की व्यवस्था भी की गई है। यहां मरीजों के इलाज के लिए सरकार द्वारा पैरामेडिकल स्टाफ भी ड्यूटी पर लगाया गया है। इस सेंटर में मरीजों के इलाज के लिए उच्चस्तर की व्यवस्थाएं की गईं हैं।