Ayodhya: देश में दिवाली का रंग चढ़ने लगा है। अभी दिवाली में 10 दिन से ज्यादा समय बचा है लेकिन अभी से लोग इसकी तैयारियों में जुट गए है। और ऊपर से दिवाली राम की नगरी में मनाने की बात हो तो भला काम एक दिन में कैसे चलेगा। क्योंकि अयोध्या में हर साल लाखों दीये जलाए जाते है। इसलिए दिवाली के दिन होंने वाले दीपोत्सव की तैयारियां अभी से शुरू हो गई है।
दिवाली पर बड़ी मात्रा में दीये जलाने का यह छठवां (6th) कार्यक्रम होगा। बता दें कि पिछले 5 साल से दीपोत्सव का कार्यक्रम अयोध्या के राम की पैडी घाट पर किया जाता है। इस साल चूंकि दिवाली 23 अक्टूबर को है तो उस दिन घाट दीयों से जगमगा उठेगा, क्योंकि एक साथ 12 लाख से ज्यादे दीये जो जलाए जाएंगे। इस बार की दिवाली में 12 लाख से ज्यादा दीये जलाने का प्रण लिया गया है ताकि इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया जा सके।
यहां से मंगाए जा रहे दीये
चूंकि 12 लाख से ज्यादा दीये जलाए जाएंगे, इसलिए दीयो की कमी पूरी करने के लिए अयोध्या के अलावा लखनऊ, गोंडा सहित यूपी के अन्य जिलों से भी दीये मंगवाए गए है।
जिला प्रशासन ने क्या कहा
जिला प्रशासन के मुताबिक, पिछले पांच वर्षों के विपरीत, इस वर्ष 30 मिनट से अधिक समय तक दीये जलेंगे। अब लोग दीयों को अधिक देर तक जलते हुए देख सकेंगे। पहले दीये जल्दी बुझ जाते थे, जिससे लोग भव्य नजारे से वंचित हो जाते थे। दीयों में 30 मिलीलीटर की जगह 40 मिलीलीटर तेल डाला जाएगा ताकि वे लंबे समय तक चले।
इससे पहले 2021 में, उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग और डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से अयोध्या में राम की पैड़ी घाटों पर दीपोत्सव के दौरान “तेल के लैंप का सबसे बड़ा प्रदर्शन” के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में प्रवेश किया था।