Ayman al-Zawahiri : दुनिया का सबसे बड़ा खूंखार मोस्ट वांटेड आतंकी अलकायदा चीफ अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) आखिरकार मारा ही गया। अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने आतंक के आका अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) को ड्रोन हमले में मार गिराया है। अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) साल 2001 में अमेरिका में हुए आतंकी हमले के बाद से हिट लिस्ट में था। अयमान अल-जवाहिरी ने 11 सितंबर, 2001 के हमलों में चार विमानों को हाईजैक करने में मदद की थी। खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) की लोकेशन खुद पाकिस्तान ने अमेरिका की खुफिया एजेंसी को दी थी। इससे पहले अमेरिका अलकायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन को मार चुका है।
आपको बता दें कि 9/11 के हमले में तीन हजार से अधिक लोग मारे गए थे। तभी से अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) अमेरिका की हिट लिस्ट में शामिल था। अमेरिका की एजेंसिया आतंक के आका की तलाश में थी। और आखिरकार अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) अमेरिका के हत्थे चढ़ गया। आखिर अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) कौन था, अमेरिकी एजेंसियों को इसके पास पहुंचने में 21 साल का समय कैसे लगा। आइए जानते है।
कौन था अयमान अल-जवाहिरी? (Ayman al-Zawahiri)
अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) का जन्म मिस्त्र में 19 जून 1951 को हुआ था। उसका जन्म एक संपन्न परिवार में हुआ था। 15 साल की उम्र में अल-ज़वाहिरी (Ayman al-Zawahiri) सैन्य शासक जमाल अब्दल नासर के शासन के खिलाफ, रेज़िस्टेंस आंदोलन में शामिल हो गया था। अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) का मकसद था कि मिस्र में एक इस्लामी सरकार स्थापित हो। अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) अरबी और फ्रेंच बोलने में निपुण था। उसका विवाह 1978 में अजा नोवारी से हुआ था।
सर्जन था अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri)
अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) ने आतंकी संगठन इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद की स्थापना की थी। बाद में इस संगठन को ओसामा बिन लादेन के संगठन अलकायदा से मिला दिया गया था। अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) ने साल 1981 में मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या कर दी थी। जिसके चलते वह 3 साल तक जेल में रहा। इसके बाद वह सऊदी अरब भाग गया और मेडिकल विभाग में काम करने लगा। अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) ने 1974 में केयरो यूनिवर्सिटी के मेडिकल स्कूल से ग्रेजुएशन किया था। उसके पिता एक कॉलेज प्रोफेसर थे।
लादेन के साथ गया था पाकिस्तान
खबरों के अनुसार बताया जाता है कि अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) की मुलाकात ओसामा बिन लादेन से हुई थी। दोनो पाकिस्तान के पेशावर भी गए थे। इसके बाद दोनों में काफी अच्छे संबंध हो गए थे। लेकिन ओसामा बिन लादेन की अमेरिकी हमलों में मौत के बाद अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) 2011 में अलकायदा प्रमुख बन गया। अल जवाहिरी ने 1993 में सोमालिया में अमेरिकी सैनिकों पर हमले, 1998 में पूर्वी अफ्रीका में अमेरिकी दूतावासों पर बम्बारी और 2000 में यमन में यूएसएस कोल पर आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था।
पहले भी मौत की खबरे आई थी
अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले में अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) दुनिया को सबसे बड़ा आतंकी बन गया था। वह अफगानिस्तान की पहाड़ियों में रह रहा था। 2020 के नवंबर में ओसामा बिन लादेन के साथ अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) के छुपे होने की खबर अमेरिका को लगी जब अमेरिका ने नाटो की सेना के साथ मिलकर अफगानिस्तान पर हमला कर दिया लेकिन लादेन और जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) इस दौरान भाग निकले, लेकिन जवाहिरी की एक पत्नी और उसके दो बच्चे मारे गए। इसके बाद भी कई बार उसकी मौत की खबरें सामने आती रहीं। इसके बाद अब आखिरकार अमेरिका ने अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) को मौत के घाट उतार ही दिया। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार जवाहिरी एक सुरक्षित घर की बालकनी में था। जब ड्रोन ने उस पर दो मिसाइलें दागीं थी। बता दें कि अल-जवाहिरी पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित था। अल-जवाहिरी की मौत की पुष्टि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने की है।