हाइलाइट्स
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अतिथि शिक्षकों का धरना खत्म
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सरकार को 48 दिन का अल्टीमेटम
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मांगें पूरी नहीं होने पर 5 सितंबर से आंदोलन
Atithi Shikshak Protest: भोपाल के लोक शिक्षण संचालनालय के कैंपस में 31 दिनों से चल रहा अतिथि शिक्षकों का धरना प्रदर्शन खत्म हो गया है। अतिथि शिक्षकों ने सरकार को 48 दिन का अल्टीमेटम दिया है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 2 नवंबर 2023 को अतिथि शिक्षक महापंचायत में कई घोषणाएं की थीं। अतिथि शिक्षक इन मांगों को पूरी कराने के लिए 19 जून से धरना दे रहे थे।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने की थीं ये घोषणाएं
अभी पीरियड के हिसाब से मानदेय मिलता है, बाद में महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा।
अतिथि शिक्षकों का वर्तमान मानदेय बढ़ाकर, वर्ग-1 का मानदेय 9 हजार से बढ़ाकर 18 हजार करेंगे।
अतिथि शिक्षक वर्ग-2 का मानदेय 7 हजार से बढ़ाकर 14 हजार और वर्ग-3 का मानदेय 5 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दिया जाएगा।
एक बार अनुबंध हो जाने पर पूरे साल चलेगा। शिक्षकों की भर्ती में अतिथि शिक्षकों का आरक्षण 50 प्रतिशत किया जाएगा।
अतिथि शिक्षकों को उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार हर साल 4 और अधिकतम 20 अंक दिए जाएंगे।
महीने की निश्चित तारीख को मानदेय मिल जाए ये भी सुनिश्चित किया जाएगा। इसमें कोई देरी नहीं होगी।
गुरुजी की तरह एक योजना बनाएंगे जिसमें पात्रता परीक्षा लेकर भी हम अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं।
अतिथि शिक्षकों की प्रमुख मांगें
अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों की विभागीय पात्रता परीक्षा आयोजित कर नियमित शिक्षक बनाया जाए।
अतिथि शिक्षक पंचायत में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणाओं के समस्त आदेश अतिशीघ्र जारी किए जाएं।
अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों का पूरे एक साल का अनुबंध करने का आदेश जारी किया जाए।
शिक्षक भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण देने का आदेश जारी किया जाए।
हर साल 4 अंक और अधिकतम 20 अंक बोनस देने का आदेश जारी किया जाए।
अनुभव के आधार पर पात्रता परीक्षा लेने का आदेश जारी किया जाए।
महीने की निश्चित तारीख को मानदेय देने का आदेश जारी किया जाए।
अतिथि शिक्षकों की तात्कालिक मांगें
सत्र 2024-25 में पूर्व से कार्यरत अतिथि शिक्षकों को पूर्ववत संस्था में यथावत रखे जाने और खाली पदों पर अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर नियुक्ति करने के आदेश तत्काल जारी करने का कष्ट करें।
अतिथि शिक्षकों के लिए फरवरी, मार्च, अप्रैल का बजट जारी कर अतिशीघ्र मानदेय दिया जाए।
अतिथि शिक्षक पंचायत की घोषणानुसार सत्र 2023-24 में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को मई, जून का बजट जारी करके मानदेय दिया जाए।
30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम देने वाले अतिथि शिक्षकों को पूर्वत/अन्य संस्था में पुनः रखे जाने का आदेश जारी किया जाए।
वर्तमान में कराये जा रहे अतिथि शिक्षकों के नए पंजीयन निरस्त किए जाएं और नए पंजीयन की बाध्यता पूर्णतः समाप्त की जाए।
स्थानांतरण/उच्चपद प्रभार/अन्य किसी कारण से बाहर हुए अतिथि शिक्षकों को खाली पदों पर अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर पदस्थ किया जाए।
वर्तमान में चल रही शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों को अनुभव वर्षों के आधार पर उतने वर्षों की उम्र में छूट देने का आदेश अतिशीघ्र जारी किया जाए।
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मांगें पूरी नहीं हुई तो 5 सितंबर से फिर धरना प्रदर्शन
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि अगर 5 सितंबर तक मांगें पूरी नहीं होती हैं तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।