April Fool’s Day: जानिए क्यों मनाया जाता है अप्रैल फूल डे, इसके पीछे की कहानी बेहद खास है

नई दिल्ली। अप्रैल फूल, इस दिन लोग एक-दूसरे से मजाक करते हैं। इस दिन को भारत सहित दुनियाभर में मनाया जाता है। फिर चाहें वो प्रैंक करके हो, या तकनीकी युग में मैसेज भेजकर। लोग और भी कई तरीकों से एक-दूसरे का मजाक उड़ाते हैं जिसका कोई बुरा भी नहीं मानता और उसे एंजॉय भी करते हैं।
इसकी शुरुआत कब हुई
इसकी शुरूआत को लेकर कोई खास जानकारी तो नहीं है। लेकिन माना जाता है कि फ्रेंच कैलेंडर में होने वाला बदलाव अप्रैल फूल डे मनाने की शुरूआत हो सकती है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इंग्लैड के राजा रिचर्ड द्वितीय की एनी से सगाई के कारण अप्रैल फूल डे मनाया जाता है। जबकि कुछ लोग यह मानते हैं कि इस दिन की शुरूआत हिलारिया फेस्टिवल से हुई है।
फेंच कैलेंडर के तथ्य को सबसे सटीक माना जाता है
हालांकि फ्रेंच कैलेंडर के तथ्य को सबसे सटीक माना जाता है। क्योंकि फ्रांस द्वारा इस कैलेंडर को सबसे पहले स्वीकार किया गया था। लेकिन यूरोप के कई देशों ने इस कैलेंडर को स्वीकार नहीं किया था और वे जनवरी में न्यू ईयर मनाते थे। लेकिन फ्रांस के लोग नया साल अप्रैल में मनाते थे, इस कारण से लोग उन्हें मूर्ख समझने लगे और तभी से अप्रैल फूल मनाया जाने लगा।
अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है अप्रैल फूल डे
बतादें कि अप्रैल फूल डे को अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। जैसे ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका और ब्रिटेन में अप्रैल फूल को सिर्फ दोपहर तक मनाया जाता है। जबकि कुछ देशों- जापान,रूस, आयरलैंड, इटली और ब्राजील में इसे पूरे दिन मनाया जाता है।