नई दिल्ली। टीकाकरण के बाद लोग जानना चाहते हैं कि उनके शरीर ने एंटीबॉडी बनाई है या नहीं। लोगों को एंटीबॉडी को लेकर शक है। ऐसे में एंटीबॉडी टेस्ट जरूरी है। इस आसान टेस्ट से यह पता चल जाता है कि शरीर में कितनी एंटीबॉडी बनी है। इसके लिए एक ब्लड टेस्ट करवाना होता है जिससे आप इसकी मात्रा के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
वैज्ञानिकों ने टेस्ट कार्ड को किया इजाद
वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक टेस्ट कार्ड को इजाद किया है जसमें फ्यूजन प्रोटीन मिला हुआ है। इस टेस्ट के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना होता है। बस अंगुली को हल्का चुभोना है और खून की एक दो बूंद इस टेस्ट कार्ड पर डालना है। कार्ड पर लगा फ्यूजन प्रोटीन तुरंत एंटीबॉडी का पता लगा लेता है।
क्या होता है एंटीबॉडी
एंटीबॉडी बहुत छोटे-छोटे प्रोटीन के कण होते हैं जो वायरस इनफेक्शन की पहचान करने के बाद बनते हैं। ये एंटीबॉडी के प्रोटीन वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार होता है।
5 मिनट में लगाएं पता
टेस्ट कार्ड के जरिए एंटीबॉडी का पता लगाने में महज 5 मिनट से भी कम समय लगता है। इसे आप घर पर भी आसानी से आजमा सकते हैं। इस टेस्ट से आपको यह पता चल जाएगा कि आपने जो कोरोना की वैक्सीन ली है तो वह कितनी कारगर है और इससे शरीर में कितनी एंटीबॉडी तैयार हुई है। इस कार्ड को अमेरिका स्थित जॉन हॉपकिंग यूनिवर्सिटी ने तैयार किया है।
कार्ड में हिमेग्लूटिनेशन तकनीक का होता है इस्तेमाल
इस कार्ड टेस्ट में हिमेग्लूटिनेशन तकनीक का इस्तेमाल होता है। इसमें आरबीसी या रेड ब्लड सेल्स से पता चल जाता है कि खून में कितनी एंटीबॉडी बनी है। आने वाले समय में कोरोना की बूस्टर डोज लेने वाले लोगों के लिए इस कार्ड का इस्तेमाल बढ़ सकता है। वे इस कार्ड के माध्यम से जान पाएंगे कि उनके शरीर में एंटीबॉडी की मात्रा कितनी है। अगर कम है तो वे बूस्टर डोज ले सकते हैं। हिमेग्लूटिनेशन तकनीक खून में न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी के बारे में बताती है।