भोपाल। मप्र की महिला क्रिकेटर अंशुला राव डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं। अंशुला पर 4 साल प्रतिबंध लगा दिया गया है। अंशुला देश की पहली महिला क्रिकेटर हैं जो डोप टेस्ट में फेल हुई हैं। नेशनल डोपिंग एजेंसी ने अंशुला पर चार साल का प्रतिबंध लगाया है। अंशुला मप्र की महिला खिलाड़ी है। वह एमपी की ग्वालियर डिवीजन से क्रिकेट खेलती हैं। साल 2019-20 में अंडर 23 महिला क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान यह सैंपल लिया गया था।
अब अंशुला दोनों डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं। अंशुला पर अब प्रतिबंध की कार्रवाई की गई है। बी सैंपल की जांच में आए 2 लाख रुपए के खर्च का भुगतान भी अब अंशुला को ही करना होगा। बता दें कि डोप टेस्ट में पहले भी कई खिलाड़ी फेल हो चुके हैं। वहीं अंशुला देश की पहली महिला क्रिकेटर हैं जो डोप टेस्ट में फेल हुई हैं। इससे पहले कई क्रिकेटर्स डोप टेस्ट में फेल हो चुके हैं।
बनारस की हैं अंशुला
मप्र की ग्वालियर डिवीजन से खेलने वाली अंशुला मुख्य रूप से बनारस की रहने वाली हैं। साल 2014-15 में वह ग्वालियर में आई थी। यहां उन्होंने लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन में दाखिला लिया था। यहीं अपने कोर्स के दौरान उनका चयन लियर की डिविजन टीम में हुआ था। साल 2015-16 में अंशुला का मध्य प्रदेश की अंडर-19 स्टेट टीम में भी सलेक्शन हुआ था। 2020 में वह डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाई गईं। दरअसल ऐसी दवाइयां जिनके सेवन से शरीर की क्षमता को अस्थाई रूप से बढ़ाया जा सकता है। ऐसे पदार्थों का सेवन खेल जगत में प्रतिबंधित रहता है। इन्हीं के सेवन की जांच के लिए डोपिंग टेस्ट कराया जाता है। साथ ही जो खिलाड़ी डोपिंग टेस्ट में फेल होते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।