Amit Shah Bhopal Visit: भोपाल के रवीन्द्र भवन में आयोजित राष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन में आज रविवार 13 अप्रैल को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में मध्यप्रदेश दुग्ध महासंघ और नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में छह अलग-अलग दुग्ध संघों और एनडीडीबी के बीच भी एमओयू किए गए। कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, पशुपालन मंत्री लखन पटेल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
9 से बढ़कर 20 फीसदी हो जाएगा दुग्ध उत्पादन
सहकारिता सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, अब दुग्ध उत्पादन 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत हो जाएगा। कृषि सहकारी और पशुपालन में ढेर सारी संभावनाएं है। सहकारी आंदोलन मृत प्राय होता जा रहा था हम अब उसे गति देने का प्रयास कर रहे हैं। शाह ने कहा कि, समय के साथ सहकारी कानूनों में बदलाव नहीं हो पाया, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। पहले तो केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय ही नहीं था, आजादी के 75 साल बाद पीएम मोदी ने मंत्रालय बनाया और मुझे पहला मंत्री बनाया।
एमपी आपार संभावनाओ वाला प्रदेश
सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि, मध्य प्रदेश के अंदर कृषि, पशुपालन और सहकारिता क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। मैं मानता हूं कि हमें हमारी संभावनाओं का शत प्रतिशत दोहन करने के लिए ढेर सारा काम करने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने एमपी की सराहना करते हुए कहा कि, पैक्स के कंप्यूटराइजेशन में MP सबसे आगे है।
गांव में 50 प्रतिशत तक सहकारिता समिति बनाए-शाह
शाह ने मंच से कहा कि, गांव में 50 फीसदी से ज्यादा सहकारिता समिति बनाई जानी चाहिए। सहकारिता मंत्रालय में सबसे पहले मॉडल बायलॉज बनाए और उसे सभी राज्य सरकारों को भेजे। कई पत्रकार अटकलें लगा रहे थे कि मॉडल बायलॉज पॉलिटिक्स की बलि चढ़ जाएगा। कई गैर बीजेपी शासित राज्य बायलॉज स्वीकार नहीं करेंगे।
मैं कहना चाहता हूं की संपूर्ण भारत में मॉडल बायलॉज को स्वीकार किया गया है। जब आपकी नीयत ठीक हो, श्रम करने की वृद्धि हो तो रिजल्ट भी ठीक ही आएंगे। कांग्रेस के जमाने में जो सहकारिता मर गई अब उसे जिंदा करने का स्वर्णिम समय है। किसान को दूध उत्पादन का शत प्रतिशत लाभ मिले तब ही हम कामयाब होंगे।