Amarwara Bypoll: अमरवाड़ा उपचुनाव में कांग्रेस आस्था के सहारा ले रही है. पार्टी आंचलकुंड के प्रति लोगों की आस्था को भुना रही है.आंचलकुंड के मुख्यपुजारी के बेटे धीरनशा को उम्मीदवार बनाने से कांग्रेस को जीत की उम्मीदें नज़र आ रही है. कांग्रेस के प्रचार अभियान के केंद्र में भी आंचलकुंड दरबार का ज़िक्र हो रहा है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी प्रचार के दौरान सिर्फ आंचलकुंड की बात करते नजर आ रहे हैं.
जीतू पटवारी ने की आंचलकुंड धाम की तारीफ
आंचलकुंड दरबार की तारीफ में जीतू पटवारी ने एक सभा में कहा कि महाराजजी के दरबार में मनोकामना पूरी करते हैं. महाराजजी की दुआ से ही समस्या का समाधान होता है. बता दें इसी दरबार के महंत के बेटे धीरनशा कांग्रेस की तरफ से कैंडिडेट बनाए गए हैं.
आंचलकुंड चुनावी मुद्दा बना
अमरवाड़ा उपचुनाव में कांग्रेस आस्था का सहारा बखूबी ले रही है. आंचलकुंड दरबार में लोगों की आस्था को कांग्रेस विधानसभा उपचुनाव के लिए नेताओं की राय नजर आ रहा है. कांग्रेस ने आंचलकुंड दरबार के प्रति लोगों की आस्था को भुनाने की पूरी रणनीति के साथ धीरनशा को संग्राम में उतारा है. जो आंचलकुंड के मुख्य पुजारी के बेटे हैं. कांग्रेस के प्रचार अभियान के केंद्र में भी आंचलकुंड दरबार ही दिख रहा है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी सिर्फ आंचलकुंड की बात कर रहे हैं.
बीजेपी प्रत्याशी ने किया पलटवार
बीजेपी उम्मीदवार कमलेश शाह कांग्रेस पर पलटवार कर रहें. उन्होंने छिंदवाड़ा मॉडल पर भी सवाल खड़े किए हैं. कमलेश शाह का आरोप है कि कांग्रेस ने षडयंत्र करके आंचलकुंड की सांख को दांव पर लगा दिया है. बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने सीधे तौर कुछ नहीं बोला लेकिन कमलनाथ और आंचलकुंड दरबार के दशकों पुराने रिश्ते को कांग्रेस मुद्दा बना रही है.
अमरवाड़ा में अब 9 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है बचे है, लेकिन मुख्य लड़ाई कांग्रेस, बीजेपी और जीजीपी के बीच है. अमरवाड़ा का रण जीतने कांग्रेस ने आस्था कार्ड खेला है जो बाकियों पर भारी पड़ता दिख रहा है.