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Amarnath Yatra 2024: श्री अमरनाथ यानी बाबा बर्फानी का दरबार भक्तों के लिए सज चुका है।
2024 की अमरनाथ यात्रा का शुभ आरंभ हो चुका हैं। प्रशासन की ओर से अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं और यात्रा मार्ग पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
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यहां आने वाले लाखों भक्तों को परेशानी न आए इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है।
अमरनाथ यात्रा के लिए भक्तों का पहला जत्था बालटाल बेस कैंप और पहलगाम आधार शिविर से रवाना हो चुका है।
श्रद्धालु लंबा ट्रैक कर आज शाम बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे। हम आपको बाबा बर्फानी के दरबार की कुछ खूबसूरत तस्वीर दिखाने जा रहे हैं जिन्हें देखकर आपका मन भी बाबा के दर्शन करने जाने का होगा।
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13,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए दो रूट हैं। पहला रूट पहलगाम से शुरू होता है, जो करीब 48 किलोमीटर का है और दूसरा रूट बालटाल से शुरू होता है, जो करीब 14 किलोमीटर का है।
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पहलगाम रूट करीब 48 किलोमीटर का है, जिससे जाने पर दर्शन में करीब 3 दिन का समय लगता है, जबकि दूसरा बालटाल रूट करीब 14 किलोमीटर का है और इससे जाने पर एक दिन में दर्शन कर सकते हैं।
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शुक्रवार (28 जून) को 4,603 तीर्थयात्री कश्मीर घाटी के बालटाल और पहलगाम बेस कैंप पहुंचे थे। 231 गाड़ियों में सवार होकर जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास बेस कैंप से CRPF की थ्री लेयर सुरक्षा के बीच यह जत्था रवाना हुआ था।
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गांदरबल के बालटाल और पहलगाम के नुनवान बेस कैंप में दर्शन के लिए पहुंचे तीर्थयात्रियों के लिए बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। यहां रोजाना 9 हजार लोग रुक सकते हैं। दोनों यात्रा मार्गों पर 260 टॉयलेट, 120 वॉशरूम, हर 100 मीटर पर मोबाइल यूरिन पॉइंट हैं, ताकि आसानी रहे।
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धार्मिक मान्यता है कि जो व्यक्ति अमरनाथ गुफा में बने शिवलिंग के दर्शन करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस यात्रा को करने से 23 तीर्थों का पुण्य की प्राप्ति होती है।
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पुराणों में जिक्र किया गया है कि काशी में लिंग दर्शन और पूजन से दस गुना, प्रयाग से सौ गुना और नैमिषारण्य तीर्थ से हजार गुना अधिक पुण्य बाबा अमरनाथ के दर्शन करने से मिलता है। यह भी मान्यता है कि यात्रा को करने से जातक को सभी रोगों और पापों से छुटकारा मिलता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
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समुद्र तल से 3978 मीटर की ऊंचाई पर अमरनाथ गुफा (Amarnath Yatra 2024) में शिव जी की शिवलिंग स्थित है। पवित्र गुफा 90 फीट लंबी और 150 फीट ऊंची है। ऐसी मान्यता है कि गुफा में जल की बूंद टपकती है, जिसकी वजह से शिवलिंग बनता है।
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हर साल अमरनाथ की यात्रा की शुरुआत आषाढ़ माह से होती है, जिसका समापन रक्षाबंधन पर होती है। ऐसे में इस साल अमरनाथ यात्रा का आरंभ आज यानी 29 जून से हो गया है और 19 अगस्त को समाप्त होगी।
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