नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी के मद्देनजर, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विस्तृत विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया है कि श्री अमरनाथ जी यात्रा, वार्षिक तीर्थयात्रा केवल प्रतीकात्मक होगी, हालांकि सभी पारंपरिक धार्मिक अनुष्ठान पिछली प्रैक्टिस के मुताबिक पवित्र गुफा मंदिर में किए जाएंगे। उपराज्यपाल ने साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि लोगों की जान बचाना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
Shri Amarnath Ji Shrine Board says it will arrange online darshan for devotees worldwide
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— ANI (@ANI) June 21, 2021
हिमालय के ऊंचाई वाले हिस्से में 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित भगवान शिव के गुफा मंदिर के लिए 56-दिवसीय यात्रा 28 जून को पहलगाम और बालटाल मार्गों से शुरू होनी है और यह यात्रा 22 अगस्त को समाप्त होगी। पिछले साल यानी साल 2020 में महामारी के कारण तीर्थयात्रा रद्द कर दी गई थी।
53 दिनों तक चलनी थी पवित्र यात्रा
बोर्ड के सदस्यों के साथ व्यापक विचार विमर्श के बाद यह फैसला किया गया है यात्रा सिर्फ संकेतिक होगी हालांकि पवित्र गुफा में सभी पारंपारिक धार्मिक पूजा अर्चना होगी। उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी बचाना बहुत जरूरी है इसलिए हमने यात्रा नहीं करवाने का फैसला जनहित में लिया है। बता दें कि श्री अमरनाथ यात्रा को 28 जून से शुरू करने का फैसला दिया गया था और यात्रा 56 दिन की थी जो रक्षा बंधन वाले दिन 22 अगस्त को संपन्न होनी थी।