बिहार में नौ महीने बाद फिर से खुले सभी शिक्षण संस्थान

पटना, चार जनवरी (भाषा) बिहार में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर सहित सभी शिक्षण संस्थान करीब नौ महीने के बाद सोमवार को फिर से खुल गए।
कॉलेजों में अंतिम वर्ष के छात्रों तथा स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए कक्षाएं शुरू की गयीं। कोरोना वायरस के कारण राज्य के शिक्षण संस्थान 14 मार्च से बंद थे।
शिक्षण संस्थानों में मास्क, सैनिटाइजर का उपयोग और सामाजिक दूरी को अनिवार्य बनाया गया है। इसके साथ ही कक्षाओं में सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया है।
संस्थानों में छात्रों की उपस्थिति हालांकि कम ही रही क्योंकि कई अभिभावक अपने बच्चों को टीका लगाए जाने से पहले भेजने को लेकर आशंकित हैं। वहीं, दूसरी ओर कई छात्र अपने शिक्षण संस्थानों के फिर से खुलने से काफी उत्साहित थे।
पटना के मिलर हाई स्कूल के एक छात्र ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि स्कूल फिर से खुल गए हैं क्योंकि विद्यार्थी काफी प्रभावित हो रहे थे। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चों के पास ऑनलाइन पढ़ाई करने के लिए लैपटॉप नहीं हैं। हमारा पाठ्यक्रम पिछड़ रहा है और हम इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।’
एक अन्य कक्षा छात्र ने कहा कि हालांकि कोविड-19 का खतरा बरकरार है, लेकिन पढ़ाई भी महत्वपूर्ण है और इसे छोड़ा नहीं जा सकता है। छात्र ने आश्वासन दिया कि सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा।
शिक्षक भी कक्षाएं फिर से लेने को लेकर खुश लग रहे थे।
मिलर हाई स्कूल के एक शिक्षक ने कहा, ‘यह अच्छा है कि हमें कक्षाओं में छात्रों को पढ़ाने का अवसर मिल रहा है। इन महीनों में हम स्कूलों में आते थे, लेकिन शिक्षण कार्य नहीं करते थे।’
उन्होंने कहा कि कक्षा 11वीं और 12 वीं में छात्रों की उपस्थिति 9वीं और 10वीं के विद्यार्थियों की तुलना में कम है।
एक अन्य शिक्षक ने कहा कि छात्रों को अपने अभिभावकों से सहमति पत्र लाना होगा।
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने पहले कहा था कि कक्षाएं कुल छात्रों के आधे हिस्से के साथ संचालित होंगी और कोरोना वायरस के अन्य दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा। परिसर में सबके लिए मास्क अनिवार्य होगा।
उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के बीच दो-दो मास्क वितरित किए जाएंगे।
भाषा
अविनाश दिलीप
दिलीप