Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया का पर्व इस साल 10 मई को है। इसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय तृतीया शुभ और मांगलिक कार्यों की शुरुआत के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।
इसके अलावा इस मौके पर सोना-चांदी और घर से जुड़ी जरूरी चीजों की खरीदारी करना भी शुभ मानते हैं। अगर आप भी अक्षय तृतीया पर गोल्ड की ज्वैलरी लेने की सोच रहे हैं, तो कुछ बातों के बारे में जान लेना जरूरी है, क्योंकि सोने की क्वालिटी के बेसिस पर इसकी कई सारी कैटेगरी होती है।
दूसरा इसके दाम में ऊपर-नीचे होने के चलते कई बार खरीदारी में भी परेशानी आती है, जिसके चलते दुकानदार आपको चूना भी लगा सकते हैं।
ऐसे पहचाने सोने की शुद्धता
सोने की शुद्धता का पहला पैमाना हॉलमार्क का निशान है। सोना खरीदते वक्त हॉलमार्क के निशान वाली ही ज्वैलरी खरीदें। हॉलमार्क सरकारी गारंटी है। हॉलमार्क का निर्धारण भारत की एकमात्र एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) करती है।
हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम (Bureau of Indian Standards Act) के तहत गोल्ड संचालन, नियम और विनियम का काम करती है। हालमार्क वाली ज्वैलरी पर हॉलमार्क का निशान और कुछ अंक जैसे 999, 916, 875 लिखे होते हैं।
इन्ही अंको में आपके सोने की शुद्धता का राज चुपा होता है। ध्यान रहे हालमार्क के निशान के साथ 999 नंबर वाले सोने की ज्वैलरी 24 कैरेट की होती है। 999 का मतलब इसमें सोने की शुद्धता 99.9 फीसदी है। इसी तरह शुद्धता के आधार पर 23 कैरेट सोने पर 958, 22 कैरेट सोने पर 916, 21 कैरेट पर 875, 18 कैरेट पर 750 अंक पड़े होते हैं।
कीमत क्रॉस चैक करें
सोने का सही वजन और खरीदने के दिन उसकी कीमत कई सोर्सेज (जैसे इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट) से क्रॉस चेक करें। सोने का भाव 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट के हिसाब से अलग-अलग होता है।
24 कैरेट सोने को सबसे शुद्ध सोना माना गया है, लेकिन इसकी ज्वेलरी नहीं बनती, क्योंकि वो बेहद मुलायम होता है। आमतौर पर ज्वेलरी के लिए 22 कैरेट या इससे कम कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है।
दुकानदार नहीं लगा पाएगा आपको चूना
सोने की खरीदारी करते समय समय पहले इसकी शुद्धता की जानकारी होना जरूरी है। 24 कैरेट गोल्ड को सबसे शुद्ध माना जाता है। लेकिन चूंकि ये काफी नाजुक होता है इसलिए सोने के गहने बनाते समय इसमें अन्य धातुएं मिलानी पड़ती हैं।
लेकिन अगर कोई सुनार आपसे कहता है कि वो आपको 24 कैरेट का गोल्ड दे रहा है तो इसका मतलब है कि वो आपसे ठगी कर रहा है। सोने के गहने बनाने के लिए ज्यादातर सुनार 22 कैरेट या 18 कैरेट सोने का प्रयोग करते हैं।
BIS Care App की मदद लें
भारतीय मानक ब्यूरो के बनाए BIS Care App की मदद से भी आप ज्वैलरी की जांच कर सकते हैं। इसके लिए आपको App को मोबाइल में इंस्टॉल करना होगा। इसमें अपना नाम, फोन नंबर और ईमेल आईडी देनी होगी और अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी OTP के जरिए वेरिफाई करना होगा।
इसके बाद आप App का इस्तेमाल कर सकते हैं। Verify HUID में जाकर ज्वैलरी का HUID नंबर डालकर आप अपने हॉलमार्क वाली ज्वैलरी की शुद्धता का पता लगा सकते हैं।