हाइलाइट्स
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भोपाल हाट में 24 अगस्त तक आजीविका फ्रेश मेला
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मेले में देसी प्रोडक्ट, केमिकल फ्री फल-सब्जियां
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किसान और महिलाएं सीधे बेच रहे प्रोडक्ट्स
Ajeevika Fresh Mela Bhopal: भोपाल हाट में आजीविका फ्रेश मेले की शुरुआत हो चुकी है। शौर्य स्मारक के सामने भोपाल हाट में 2 दिवसीय मेला लगाया गया है। 23 और 24 अगस्त को मेला सुबह 11 बजे से शुरू होगा और रात 9:30 बजे तक चलेगा। मेले में केमिकल फ्री फल-सब्जियों सहित दालें, जंगली शहद और मोटे अनाज से बने देसी प्रोडक्ट के स्टॉल लगे हैं।
मेले में अलग-अलग जिलों के खास देसी प्रोडक्ट्स
भोपाल हाट में चल रहे आजीविका फ्रेश मेले में मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों के खास और पारंपरिक उत्पाद मिल रहे हैं। यहां नरसिंहपुर की तुअर दाल और गुड़, बालाघाट का चिनौरी चावल और सिवनी का जीरा, शक्कर, चावल खरीदा जा सकता है। इसके अलावा महुआ से बने लड्डू, कुकीज और नमकीन भी उपलब्ध हैं। साथ ही सेहत के लिए फायदेमंद चीजें जैसे आंवला कैंडी, मुरब्बा और त्रिफला भी मेले में मिल रहा है।
केमिकल फ्री फल और सब्जियां
आजीविका फ्रेश मेले में प्रदेशभर के जिलों से स्व-सहायता समूह की महिलाएं अपने देसी और पारंपरिक प्रोडक्ट्स लेकर आई हैं। पहली बार ग्रामीण इलाकों से लाई गईं केमिकल फ्री सब्जियां और फल भोपाल में सीधे लोगों को मिल रहे हैं। इसके साथ ही केमिकल-फ्री अनाज और दालें भी उपलब्ध हैं। भोपाल हाट में पहले भी प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक चीजों के स्टॉल लगाए जाते रहे हैं, लेकिन ऐसा पहली है जब केमिकल फ्री सब्जियों के स्टॉल भी यहां लगाए गए हैं।
स्वाद भी, सेहत भी, वो भी सस्ते में !
भोपाल हाट में चल रहे आजीविका फ्रेश मेले में खाने-पीने के शौकीनों के लिए भी बहुत कुछ खास है। यहां स्वादिष्ट देसी व्यंजन बेहद सस्ते दामों पर मिल रहे हैं। सिर्फ 50 रुपये में आप गर्मागर्म दाल-बाटी और 20 रुपये में रबड़ी-जलेबी का आनंद ले सकते हैं। लिया जा सकता है। इसके अलावा पोहा, मंगौड़े जैसे पारंपरिक नाश्ते भी उपलब्ध हैं। सेहत के लिए फायदेमंद मिलेट्स (कोदो-कुटकी जैसे मोटे अनाज) से बनी खीर, लड्डू और कुकीज भी खरीदी जा सकती हैं।
दुकानदारों और ग्राहकों से बातचीत
सवाल – आजीविका फ्रेश मेले में कितनी तरह के फूड आइटम्स हैं ?
जवाब – मेले में राशन का रोजमर्रा का सामान जैसे दाल, चावल, अलग-अलग प्रकार के अचार, पापड़, देसी घी, शुद्ध सरसों तेल, मूंगफली और ऐसे अनेक आइटम्स उपलब्ध हैं, जो पूरी तरह से केमिकल फ्री (जैविक) प्रकिया से निर्मित हैं।
सवाल – केमिकल फ्री प्रोडक्ट्स खाना कितना फायदेमंद है ?
जवाब – केमिकल फ्री प्रोडक्ट्स शरीर के लिए ज्यादा सुरक्षित होते हैं। इनमें देसी खाद, उर्वरक उपयोग किए जाते हैं। जैविक खनिज, शरीर को अलग-अलग बीमारियों से बचाते हैं।
सवाल – इस मेले में इस बार क्या खास है ?
जवाब – इस मेले में पहली बार देसी सब्जियों की दुकानें भी लगाई गई हैं जिनको पूरी तरह केमिकल फ्री देसी तरीके से उगाया गया है। इसमें लगभग सभी प्रकार की सब्जियां जैसे लौकी, गिलकी, कद्दू, आलू , प्याज, टमाटर, ककोरा, बैंगन और फल भी उपलब्ध हैं।
सवाल – क्या रसायन मुक्त प्रोडक्ट महंगे हैं ?
जवाब – हां, रसायन मुक्त प्रोडक्ट और रसायन वाले प्रोडक्ट के दामों में थोड़ा अंतर है। यहां मिलने वाले आइटम बाजारों के आइटम से थोड़े ज्यादा महंगे हैं क्योंकि इसे पूरी तरह रसायन मुक्त प्रकिया से उगाया गया है। जिसमें जैविक खाद, जैविक उर्वरक और देसी तरीकों का उपयोग किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को फायदा
आजीविका फ्रेश मेले मेले का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने किया। मेला मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित किया गया है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की स्वयं सहायता समूहों (SHG) की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना और उनके उत्पादों को शहर तक पहुंचाना है।
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