Air India: टाटा समूह ने मंगलवार को अपनी दो एयरलाइंस विस्तारा और एयर इंडिया के विलय की घोषणा की। इसी के साथ विमानों के संयुक्त बेड़े के साथ यह भारत का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय वाहक बन जाएगा। सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड (SIA) ने भी मंगलवार को विस्तारा-एयर इंडिया विलय (Vistara Air India Merger) की पुष्टि की है।
बता दें कि विस्तारा का एयर इंडिया में विलय के अलावा सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) एयर इंडिया में 2,059 करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी। निवेश के बाद, SIA के पास Air India में 25.1 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी। टाटा ग्रुप की इस समय विस्तारा में 51 फीसदी हिस्सेदारी है। बाकी बची 49 फीसदी हिस्सेदारी सिंगापुर एयरलाइन के पास है।
टाटा के साथ अपने संबंधों को गहरा करने का अवसर
सिंगापुर एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, गोह चून फोंग ने कहा, “टाटा संस भारत में सबसे स्थापित और सम्मानित नामों में से एक है। 2013 में विस्तारा को स्थापित करने के लिए हमारे सहयोग के परिणामस्वरूप एक बाजार-अग्रणी पूर्ण-सेवा वाहक बन गया, जिसने जीत हासिल की है। इस विलय के साथ, हमारे पास टाटा के साथ अपने संबंधों को गहरा करने और भारत के विमानन बाजार में एक रोमांचक नए विकास चरण में सीधे भाग लेने का अवसर है। हम एयर इंडिया के परिवर्तन कार्यक्रम का समर्थन करने के लिए मिलकर काम करेंगे, इसकी महत्वपूर्ण क्षमता को अनलॉक करेंगे, और इसे इसके लिए पुनर्स्थापित करेंगे।”
देश की सबसे बड़ी इंटरनेशनल एयरलाइंस
बता दें कि एयर इंडिया के विस्तारा में विलय होंने के साथ ही एयर इंडिया के बेड़े में अब कुल विमानों की संख्या 218 हो जाएगी। जिसके बाद यह देश की प्रमुख घरेलू और इंटरनेशनल एयरलाइन बन जाएगी। लेनदेन मार्च 2024 तक पूरा होने का अनुमान है। बता दें कि इसी साल जनवरी ,2022 में टाटा संस के पूर्ण स्वामित्व में एयर इंडिया आ गई थी। Tata Sons ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Talace Private Limited के माध्यम से 27 जनवरी, 2022 को एयर इंडिया में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली थी।
टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस की साझेदारी से बनी विस्तारा
बता दें कि विस्तारा एयरलाइंस , टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड (SIA के बीच 51 और49 फीसदी की संयुक्त साझेदारी से बनी है। इसकी स्थापना साल 2013 में की गई थी और बताते चलें कि यह मध्य पूर्व, एशिया और यूरोप में अंतरराष्ट्रीय परिचालन के साथ भारत का अग्रणी पूर्ण-सेवा वाहक है।
एयर एशिया इंडिया का भी हो सकता है विलय
बता दें कि टाटा समूह की एयरएशिया इंडिया में भी 83.67 फीसदी हिस्सेदारी है। शेष 16.33 फीसदी हिस्सेदारी मलेशियाई समूह एयरएशिया के पास है। ऐसे में ऐसी खबरें है कि टाटा ग्रुप एयर एशिया इंडिया का भी एयर इंडिया में विलय कर सकता है।