AI translation: आज के आधुनिक दौर में किसी भी भाषा का दूसरे भाषा में गूगल ट्रांस्लेट या किसी अन्य माध्यम से अनुवाद करना बहुत ही आसान काम है। लेकिन इस आधुनिक दौर में भी प्राचीन समय में लिखे गए कुछ लेख ऐसे है, जिनका अनुवाद करना कोई आम बात नहीं है। ऐसे ही मुश्किलों को आसान बनाने के लिए इजराइल के पुरातत्वविदों और कंप्यूटर वैज्ञानिकों की एक टीम ने प्राचीन अक्कादियन क्यूनिफॉर्म के लिए एआई-संचालित ट्रांसलेशन AI translation प्रोग्राम बनाया है, जिससे इस परेशानी से छुटकारा मिलेगा।
इसमे क्या सुविधा है?
इस आधुनिक AI translation तकनीकी की सहायता से प्राचीन समय के दुर्लभ भाषाओं के अनुवाद में सहायता मिलेगी। अभी तक ऐसी कोई खोज सामने नहीं आई जिससे इस तरह की सुविधा मिल सके, जिसमें आदिकालीन लेखों का अनुवाद किया जा सके। इस नई तकनीकी से पुरानी लेखन प्रणाली को समझने में सहायता मिलेगी और इसका अनुवाद करना आसान हो जाएगा।
वैज्ञानिकों ने इसके बारे में क्या कहा?
इस AI translation प्रोग्राम को तैयार करने वाली टीम के एक कंप्युटर वैज्ञानिक ने कहा “इसके बारे में इतना आश्चर्यजनक क्या है कि मुझे एक टैबलेट का अनुवाद करने और क्यूनिफॉर्म के पीछे क्या है, इसका अनुवाद करने के लिए अक्कादियन को समझने की आवश्यकता नहीं है। मैं केवल यह समझने और खोजने के लिए एल्गोरिथ्म का उपयोग कर सकता हूं कि अतीत क्या कहना चाहता है।” वैज्ञानिक ने बताया कि इसमे मिलने वाली सुविधा अब तक की सबसे अलग अनुवाद सुविधा होगी।
क्या है अक्कादियन क्यूनिफॉर्म लेखन?
अक्कादियन मेसोपोटामिया सभ्यता और पूर्व मध्य में लगभग 3000 बीसी से 100 सीई तक लिखा पढ़ा और बोल जाता था। यह भाषा उस समय के संचार के लिए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को संवाद करने की अनुमति देता था। 2000 बीसी के आसपास भाषा असीरियन अक्कादियन और बेबीलोनियन अक्कादियन में बंट गई। लगभग 600 बीसी से शुरू होकर, अरामाईक ने समय के साथ-साथ अक्कादियन के साथ बदलाव शुरू कर दिया, जब यह एक बड़े स्तर पर बोली जाने लगी।
(Story by Akash Upadhyay)
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