हाइलाइट्स
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चीन चुरा रहा है अमेरिका के राज़
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अधिकांश हमले बाइडेन को टारगेट करके
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अमेरिका और चीन में तनातनी
Chinese Campaign: अमेरिका और चीन में तनातनी बनी रहती है। चाहे वो ताइवान के मुद्दे पर हो या दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी की बात हो। इसी बीच अमेरिका की ISD ने बड़ी चेतावनी दी है कि चीन अमेरिका के चुनाव को निशाना बनाकर तबाही ला सकता है।
दूसरे देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने से चीन बाज नहीं आ रहा है। अब चीन, अमेरिका के चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है। लंदन के इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक डायलॉग (ISD) ने आगामी अमेरिकी चुनावों में चीनी इंटरफेयर का दावा किया है।
इस रिपोर्ट में एक ऑनलाइन चीनी प्रभाव वाले नेटवर्क का खुलासा किया गया है। OSINT(Open Source Intelligence) टीम ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी(CCP) समर्थक अभियान में भाग लेने वाले अभिनेताओं का विश्लेषण किया। इसके लिए भारत से भी तार जुड़े पाए गए।
AI के जरिए बनाईं फोटोशॉप्ड तस्वीरें
रिपोर्ट के मुताबिक सोशल मीडिया पर अमेरिका की छवि खराब करने की कोशिश की गई। उसे नशीली दवाओं के इस्तेमाल वाला देश, बढ़ती बेघरता और बंदूक हिंसा से ग्रस्त राष्ट्र के रूप में दिखाने की कोशिश की गई है ।
AI का इस्तेमाल कर जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप की एक फोटोशॉप्ड तस्वीर तैयार की गई और इसका प्रचार-प्रसार कर हड़ताल जैसी रणनीतियों को बढ़ावा देने की कोशिश की गई है।
लोगों के बीच निराशा फैलाने की कोशिश
अमेरिका में एक्टिव देखे जाने से पहले इस तरह के चीनी अभियान को भारत के बारे में भी सामग्री पोस्ट करते हुए देखा गया था। पुरानी पोस्टों की समीक्षा करने पर संकेत मिला कि स्पैमोफ्लेज नेटवर्क से जुड़े अकाउंट्स ने भारत की आंतरिक घटनाओं पर लोगों के एक वर्ग के बीच निराशा फैलाने की कोशिश की।
इसमें जी20 शिखर सम्मेलन और अग्निवीर विरोध प्रदर्शन से जुड़ी पोस्ट भी शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर भारत में हुए G20 सम्मेलन के दौरान झुग्गियों के पास अस्थायी संरचना बनाने का मामला, अग्निवीर योजना के दौरान विरोध प्रदर्शन और यूएस-इजरायल-भारत-अरब I2U2 शिखर सम्मेलन जैसे भारत के अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों से संबंधित झूठी और बांटने वाली सामग्री फैलाई गईं हैं।
दोनों देशों में बनी हुई है तल्खी
बता दें कि चीन और अमेरिका में तल्खी जारी है। हाल ही में चीन ने अमेरिका से दो टूक कहा है कि वह ताइवान के मुद्दे पर पीछे हटने वाला नहीं है। चीन और अमेरिका की वॉशिंगटन में दो दिनी सैन्यवार्ता के दौरान चीन ने ताइवान को लेकर अपना यह पक्ष रखा।
चीनी रक्षा मंत्रालय ने साफ कहा कि वह ताइवान मुद्दे पर समझौता नहीं करेगा। चीनी सेना ने अमेरिका से ताइवान को हथियार सप्लाई बंद करने का भी आग्रह किया। साथ ही चीन ने अमेरिका से ये भी कहा कि वह दक्षिण चीन सागर में अपनी सैन्य तैनाती और भड़काऊ कार्रवाइयों को कम करे।