आगरा। Agra Suicide Case एक और सामूहिक आत्महत्या की खबर उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra) से सामने आई है जहां पर एक और परिवार आर्थिक तंगी से परेशान होने के बाद आत्महत्या का शिकार बना है जिसमें पति और पत्नी समेत एक बेटी ने जान दे दी।
जानें क्या है मामला
आपको बताते चलें कि, यह दर्दनाक खबर आगरा (Agra) के सिकंदरा आवास विकास से सामने आया है जहां पर बीते दिन बुधवार को सामूहिक आत्महत्या कांड (Suicide) सामने आया था। जिसमें पति सोनू शर्मा, पत्नी गीता शर्मा और बेटी श्रृष्टि ने मौत को गले लगाया। यहां पर 10 साल के बेटे श्याम ने आत्महत्या करने से मना कर दिया था। बताते चलें कि, घटना के बाद सुसाइड नोट से खुलासा है कि, पति सोनू शर्मा और परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। जहां पर गीता के सुसाइड नोट में लिखा है कि उसका पति सोनू शर्मा उसे आए दिन मारने और मरने की धमकियां देता था और कोई काम नहीं करने जाता था। यही वजह थी कि परिवार पर आर्थिक तंगी का बोझ था इसलिए मरने का कदम उठाया।
बेटे ने दिया बयान
आपको बताते चलें कि, घटना में 10 साल के बेटे श्याम ने पुलिस को बताया कि वह सुबह जब सोकर उठा तो उसे तीनों के शव फंदे पर लटके दिखाई दिए। यह देख वह अपने घर से बाहर खेलने के लिए निकल आया। उसने कहा कि, घर में जाने से डर लग रहा है। घर में तीनों के शव लटके हुए इसकी जानकारी उसने दी। इसके बाद घटना सबके सामने आ गई। बताया जा रहा है कि, लगातार सोनू उसे उनसे कहता था कि मर जाओ नहीं तो मैं तुम्हें मार दूंगा। यही वजह थी कि उसने अपने परिवार संग मरने की योजना बना डाली।
एक्सपर्ट व्यू
ऐसी घटनाओं को रोकने हेतु देश को एक आत्महत्या रोकथाम नीति की जरूरत है।हमें ऐसी घटनाओं को बायोसाइकोसोशल मॉडल से देखना होगा।राजनीतिक इच्छाशक्ति के बिना यह संभव नहीं होगा।
डॉ सत्यकांत त्रिवेदी
( कन्सलटेंट साइकेट्रिस्ट हैं और आत्महत्या रोकथाम नीति लाने के एडवोकेसी कर रहे हैं )