भारत सरकार ने अग्निपथ योजना (Agnipath Recruitment Scheme) का ऐलान कर दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सेना को युवाओं से युक्त बनाने के लिए ‘अग्निवीर’ (Agnipath Recruitment Scheme) की नियुक्ति की जाएगी। सेना में चार साल की नौकरी का मौका दिया जाएगा। कैबिनेट कमेटी ने यह अग्निपथ योजना (Agnipath Recruitment Scheme) शुरू करने का फैसला किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान करते हुए कहा 4 साल की सेवा के बाद नौकरी छोड़ने पर सेवा निधि पैकेज और एक लिबरल डेथ ऐंड डिसऐबिलिटी पैकेज का भी ऐलान किया है।
जवानों को यहां किया जाएगा तैनात?
अग्निपथ भर्ती प्रवेश योजना (Agnipath Recruitment Scheme) लागू होने के बाद योजन के तहत भर्ती होने वाले जवानों को जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। सेना से 3 साल बाद रिटायर होने वाले जवानों को कॉरपोरेट सेक्टर में नौकरी मिल सकेगी। इन अग्निवीरों के काम की बात करें तो ऐसे जवान एंटी टेरर ऑपरेशन, खुफिया इनपुट जुटाएंगे और उनपर सेना का करेंगी। इस योजना (Agnipath Recruitment Scheme) के तहत आईआईटी और दूसरे तकनीकी क्षेत्रों के युवाओं केा रोजगार का मौका मिलेगा।
अग्निवीर नाम क्यों?
खबरों के अनुसार साल 2017 में ऐसा प्रयोग पहली बार किया गया था जब रिटायर हुए जवानों को फिर से सेवा का मौका दिया गया था। इस स्कीम को टूर ऑफ ड्यूटी नाम दिया गया था। दरअसल, अग्निपथ प्रवेश योजना (Agnipath Recruitment Scheme) के तह जवानों की भर्ती की जाएगी इसलिए इन जवानों को अग्निवीर का नाम दिया गया है। अग्निवीरों की तैनाती 3 साल के लिए होगी। बता दें कि कोरोना महामारी के चलते सैनिक भर्ती में काफी कमी आई है। माना जा रहा है कि अग्निपथ प्रवेश योजना (Agnipath Recruitment Scheme) के तहत सैनिकों की भर्ती में तेजी से इजाफा हो सकता है। तीनों सेनाओं में 1 लाख से ज्यादा पद रिक्त हैं। ऐसे में अगर भर्ती में इजाफा हुआ तो सेना को काफी मजबूती मिलेगी।