मुंबई, 11 जनवरी (भाषा) शिवसेना ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र के भंडारा में अस्पताल में लगी आग के कारण जान गंवाने वालों शिशुओं की मौत पर केवल शोक जताने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है और केंद्र से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के कार्यकाल की तरह ही स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के सुधार को लेकर कार्य करने की मांग की।
पार्टी के मुखपत्र ”सामना” में लिखे संपादकीय में शिवसेना ने राज्य के विपक्षी दल भाजपा पर हादसे का उपयोग राजनीतिक फायदा के लिए करने का भी आरोप लगाया।
भंडारा के जिला अस्पताल में गत शुक्रवार को नवजातों के विशेष वार्ड में आग लगने की घटना में 10 शिशुओं की मौत हो गई थी जबकि सात अन्य को बचा लिया गया।
महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है।
शिवसेना ने कहा कि एक तरफ राज्य में 20 लाख करोड़ के औद्योगिक समझौते पर हस्ताक्षर किए जा रहे हैं और दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र में सरकारी स्वास्थ्य तंत्र की लापरवाही के चलते बच्चों की जान जा रही है। ऐसा होना कोई अच्छी तस्वीर पेश नहीं करता है।
शिवसेना ने महाराष्ट्र की पूरी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का ऑडिट किए जाने की मांग के साथ ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का नाम लिए बिना कहा कि उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोविड-19 परिस्थितियों से निपटने के साथ ही स्वास्थ्य तंत्र इससे आगे भी ध्यान दे।
भाषा शफीक माधव
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