नई दिल्ली। कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद हाथ में दर्द होना आम बात है। वैक्सीन लगवाने के बाद इसके साइड इफेक्ट शरीर में असर दिखाने शुरू कर देते हैं। हालांकि यह सभी साइड इफेक्ट अस्थाई हैं और 2-3 दिनों में दूर हो जाते हैं। वहीं वैक्सीन लगवाने के बाद हाथ में काफी दर्द होने की शिकायत बनी रहती है। तो यह सवाल खड़ा होता है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद हाथ में दर्द क्यों होता। इस सवाल का जवाब हम आपको बताते हैं। दरअसल कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर इसे सामान्य चोट की तरह लेता है। ठीक जिस तरह हाथ पर लगी एक चोट या फिर हाथ में कट लगने के बाद होता दर्द होता है।
वैक्सीन के बाद भी शरीर ठीक वैसा ही महसूस करता है। साथ ही हाथ में दर्द होने के बाद इम्यून सेल्स को बाजू की रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाने के लिए भेजता है। इस प्रक्रिया के तहत इम्यून सेल्स इंफ्लेमेशन भी बनाता है जो आगे चलकर शरीर को रोगाणुओं से बचाने में मदद करते हैं। वैक्सीन की इस प्रतिक्रिया को एक्सपर्ट्स ‘रिएक्टोजेनेसिटी’ कहते हैं। वहीं जिस हाथ में कोरोना की वैक्सीन लगाई जाती है उसे ‘कोविड आर्म’ भी कहा जाता है।
मांसपेशियों में महसूस होती है जलन…
कोरोना वैक्सीन लगने के बाद शरीर की मांसपेशियों में कुछ समय तक के लिए जलन महसूस होने लगती है। यह जलन कोविड वैक्सीन के लिक्विड के कारण होता है। कोविड आर्म का ज्यादा अनुभव विशेष रूप से mRNA वैक्सीन लेने वालों के शरीर में महसूस किया जाता है। इन वैक्सीन को लेने के बाद बाजू में खुजली और सूजन होना सामान्य है। दरअसल यह वैक्सीन के साइडइफेक्ट्स हैं जो अस्थाई हैं। वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर में लिक्विड को पहुंचने के बाद की हलचल होतीं हैं। वहीं इसके साइड इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं। वैक्सीन लगवाने के बाद लोगों को हाथ दर्द, बदन दर्द या फिर हल्के बुखार जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि यह बेहद सामान्य लक्षण हैं। 2-3 दिनों में ही साइड इफेक्ट दूर हो जाते हैं। वैक्सीन लगवाने के बाद ही कोरोना से लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता डेवलप होती है।