Africa Namibian Cheetahs in Mp: 70 साल पहले देश से विलुप्त हो चुके चीतों को लेकर अब इंतजार खत्म हो गया है. एमपी में अब चीतों की दहाड़ जल्द सुनाई दे सकती है.भारत सरकार के वन मंत्री भूपेंद्र सिंह और नामीबिया की मंत्री के बीच MOU साइन हुआ है.भारत और नामीबिया के बीच बुधवार को ये करार हुआ. जिसके चलते नामीबिया भारत को 8 चीते देगा.इनमें 4 नर और 4 मादा चीते होंगे. इन चीतों को अगस्त में ही लाने की तैयारी है. साथ ही दक्षिण अफ्रीका से भी और चीतों को लाने की तैयारी है.इन चीतों को एमपी के श्योपुर जिले के कूनो पालपुर पार्क में रखा जाएगा. इस बात की जानकारी खुद पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया के जरिए दी है.
गौरतलब हो मध्यप्रदेश में 73 साल बाद एक बार फिर चीतों की चहल-कदमी नजर आएगी। कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीकन चीतों को छोड़ा जाएगा। भारत को चीतों (Cheetah) के लिए लुप्त घोषित कर दिया गया था। इससे पहले एशियाई शेरों को मध्यप्रदेश के कूनो में लाने के प्रयास हुए थे, जिसमें सरकार को सफलता नहीं मिली थी।
इसलिए चुना कूनो पार्क को
मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए सुरक्षा, शिकार और आवास की भरपूर जगह है, जो इनके लिए उपयुक्त है। हर चीते के रहने के लिए 10 से 20 वर्ग किमी एरिया और उनके प्रसार के लिए पर्याप्त जगह होना चाहिए। यह सभी चीजें कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में मौजूद है।
एक नजर चीता के बारे में
-एक छोटी सी छलांग में 80 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में दौड़ सकता है।
-इसी स्पीड से 460 मीटर तक लगातार दौड़ सकता है।
-3 सेकंड में ही 103 की रफ्तार पकड़ लेता है। चीता शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द चित्रकायः से हुई है।
-23 फीट की एक लंबी छलांग लगा सकता है।
-दौड़ते वक्त आधे से अधिक समय हवा में रहता है।