हाइलाइट्स
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निजी कोचिंग टीचर्स की निगरानी
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सर्किट हाउस में करीब 20 टीचर्स नजरबंद
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नकल रोकने लिया गया था फैसला
भिंड।MP News: सुरक्षा के मद्देनजर आपने अक्सर बदमाशों को नजरबंद करते सुना होगा लेकिन क्या आपने सुना है कि शिक्षकों को नजरबंद किया हो। जी हां प्रशासन ने 15 से 20 शिक्षकों को सर्किट हाउस में नजर बंद किया गया है। दरअसल, भिंड जिला नकल कराने के मामले में अक्सर सुर्खियों में रहता है।
टीचर्स बोले- यह हमारा अपमान
इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए प्रशासन अलर्ट है। प्रशासन के इस रवैए पर सभी नजर बंद किए गए टीचर्स ने अपना गुस्सा भी जाहिर किया है। टीचर्स का कहना है कि यह उनका अपमान है। हालांकि, इस बारे में भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि किसी टीचर को नजर बंद नहीं किया गया है। बल्कि सर्किट हाउस में मीटिंग के लिए बुलाया है।
निजी कोचिंग चलाते हैं टीचर्स
गुरुवार को 12 वीं क्लास का इंग्लिश का पेपर था, ब्लॉक के शिक्षा अधिकारी ने भिंड जिले में इंग्लिश की कोचिंग पढ़ाने वाले सभी टीचर्स को किया गया और कहा कि आप सभी सर्किट हाउस पहुंचे। जब सभी टीचर्स यहां पर पहुंचे तो सभी टीचरों को एक हॉल में बैठा दिया गया।
इस मामले में इंग्लिश टीचर नितिन दीक्षित का कहना है कि परीक्षा में नकल न हो इसलिए हमें यहां पर नजरबंद कर दिया गया। हम सभी टीचर्स भी परीक्षा में कार्य कर सकते लेकिन हम पर शक कर हमें बद कर दिया। ये हम सभी टीचर्स का अपमान है।
उन्होंने कहा हमारे पास फोन पहुंचा था इसलिए हम यहां पर आए। लेकिन इससे हमारे कार्य करने के तरीके पर भी सवाल उठते हैं। समाज में हमारी इज्जत खराब होती है।
टीचर्स को नजरबंद करने पर जब भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने कहा किसी भी टीचर को नजरबंद नहीं किया गया। कलेक्टर ने कहा उन्हें मीटिंग के लिए बुलाया गया था।
बात दें कि भिंड अक्सर ही परीक्षा में नकल कराने के लिए सुर्खियों में बना रहता है। हर साल प्रशासन के ओर से तमाम तरह के उपाय किए जाते नकल रोकने के लिए इस बार प्रशासन ने प्राइवेट टीचर्स को नजरबंद करने का फैसला लिया गया। जिससे प्रशासन भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि तमाम संसाधनों के बावजूद आखिर प्राइवेट टीचर्स नकल कैसे करा सकते हैं?