हाइलाइट्स
-
प्रशासन ने स्कूल प्रिंसिपल्स और पब्लिशर्स को हिदायत दी
-
सीएम के निर्देश पर उज्जैन ने सबसे पहले कार्रवाई की
-
बैठक में कलेक्टर नीरज सिंह ने भी सख्त निर्देश दिए
Administration’s instructions to school operators: उज्जैन जिला शिक्षाधिकारी ने स्कूल प्रिंसिपल-पब्लिशर्स के साथ बैठक की मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के तीन दिन पहले दिए निर्देश (Administration’s instructions to school operators) पर उज्जैन प्रशासन ने सबसे पहले कार्रवाई की।
2️⃣ Points ✅
Young guns Shashank Singh and Ashutosh Sharma win it for @PunjabKingsIPL 🙌
They get over the line as they beat #GT by 3 wickets 👍
Scorecard ▶️ https://t.co/0Sy2civoOa #TATAIPL | #GTvPBKS pic.twitter.com/m7b5f8jLbz
— IndianPremierLeague (@IPL) April 4, 2024
प्रशासन ने गुरुवार को बैठक पर कर स्कूल मैनेजमेंट और पब्लिशर्स को सख्त निर्देश दिए और कहा कि पेरेंट्स को खास दुकान से कॉपी, किताब, यूनिफॉर्म खरीदने का दबाव कतई नहीं बनाया जाए।
शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह मुख्यमंत्री की प्राथमिकता का विषय और उन्होंने भी इस संबंध में निर्देश दिए हैं।
… तो हमें और आपको दोनों को दिक्कत हो जाएगी
उज्जैन में स्कूल शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक (Administration’s instructions to school operators) हुई।
जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा ने स्कूल मैनेजमेंट और पब्लिशर्स से कहा कि अगर आप लोग नहीं मानोगे तो हमें और आपको दोनों को दिक्कत हो जाएगी।
हमें दिक्कत होगी तो हम आपको दिक्कत पैदा करेंगे।’ प्राइवेट स्कूल्स और पब्लिशर की मिलीभगत पर पेरेंट्स की ओर से लगातार मिल रही शिकायतों पर यह बैठक बुलाई गई थी।
जिला प्रशासन (Administration’s instructions to school operators) की शास्त्री नगर स्थित उत्कृष्ट विद्यालय में हुई।
बैठक में 156 प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल शामिल हुए। कलेक्टर नीरज सिंह ने भी स्कूल संचालकों को हिदायत दी है।
उन्होंने कहा कि किसी भी स्कूल के मालिक ने पेरेंट्स पर खास दुकान से कॉपी, किताब, यूनिफॉर्म खरीदने का दबाव बनाया तो कार्रवाई की जाएगी।
सीएम मोहन यादव ने स्कूल्स की मनमानी पर रोकने दिए थे निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्राइवेट स्कूल्स की मनमानी पर रोक लगाने के लिए 1 अप्रैल को निर्देश दिए थे।
उन्होंने कहा था, अब प्राइवेट स्कूल किसी निर्धारित दुकान से ही किताबें, यूनिफॉर्म और बाकी शिक्षण सामग्री खरीदने का दबाव अभिभावकों पर नहीं बना सकते हैं।
अगर ऐसी कोई शिकायत मिली, तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में सीएम ने जिला प्रशासन (Administration’s instructions to school operators) को भी निर्देश जारी किए थे।
ये खबर भी पढ़ें: Bansal News NO 1 : एमपी-सीजी में फिर बंसल न्यूज बना नंबर 1, मार्केट शेयर और TSV में सबसे आगे
कलेक्टर को तीन दुकानों पर मिली गड़बड़ी
जिला प्रशासन (Administration’s instructions to school operators) स्कूल्स संचालकों को निर्देश दिए थे और इसके बाद उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने फोन नंबर 0734-2520711 जारी किया था।
जिसमें पेरेंट्स से जबरन किसी विशेष स्कूल द्वारा कॉपी, किताब, यूनिफॉर्म खरीदने के लिए दबाव बनाने की शिकायत करने की बात कही गई है।
कलेक्टर ने बताया कि 10 उड़नदस्ता टीमें बनाई गई हैं। बुधवार को तीन दुकानों एमपी पब्लिशर, पराग पब्लिशर और ज्ञान गंगा पब्लिशर पर जांच में मिलीभगत सामने आई है। सभी के खिलाफ नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी।
ये खबर भी पढ़ें: CM के आदेश के बाद एक्शन। भोपाल, जबलपुर, उज्जैन में की गई कार्रवाई
बैठक में ये हिदायत दी गई
उज्जैन में जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा ने प्राइवेट स्कूल संचालकों को निम्नलिखित हिदायत दी हैं जैसे-
-
किसी विशेष दुकान से पेरेंट्स को कॉपी, किताब, यूनिफॉर्म खरीदने के लिए बाध्य नहीं करेंगे।
-
हर क्लास के कोर्स की लिस्ट रिजल्ट से पहले स्कूल वेबसाइट पर अपलोड करना होगा।
-
अभिभावक पुस्तकों की उपलब्धता के आधार पर 15 जून 2024 तक खरीदी कर सकेंगे।
-
स्कूल मालिक एवं शिक्षक सुनिश्चित करेंगे कि अन्य विषय जैसे नैतिक शिक्षा, सामान्य ज्ञान, कम्प्यूटर की प्रकाशकों/मुद्रकों द्वारा प्रकाशित किताबें खरीदने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।