AAM Aadmi Party: गुजरात विधानसभा चुनाव के मतदान की प्रक्रिया जहां पर जारी है वहीं पर मतदाताओं ने अब तक 50 फीसदी से ज्यादा मतदान कर दिया है तो वहीं पर राजनीतिक पार्टियां जनता से रूबरू हो रही है। इस बीच ही चुनाव में पहली बार उतरी दिल्ली के सीएम केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी का बड़ा दावा सूरत विधानसभा क्षेत्र को लेकर सामने आया है जिसमें कहा गया कि, 181 सदस्यीय गुजरात विधानसभा चुनाव में 92 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
जानिए इतना प्रबल क्यों है आप का दावा
माना जा रहा है कि,आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने सूरत में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी जिसे करने के बाद 89 सीटों के लिए अपने चुनाव प्रचार अभियान को समाप्त करते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी 92 से अधिक सीटें जीतेगी। यहां पर इस प्रकार का बड़ा दावा रणनीति का हिस्सा है क्योंकि पार्टी पूरे प्रदेश में यह संदेश देना चाहती है और सूरत ही उसकी उम्मीदों की असली कुंजी है. सूरत ने पिछले साल भरोसा दिलाया था कि गुजरात में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा किसी तीसरी राजनीतिक ताकत के लिए जगह और गुंजाइश है। इसलिए भी दावा मजबूत माना जा रहा है कि, सूरत नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी को 28.47 फीसदी वोट मिले जो कांग्रेस पार्टी के 18.6 फीसदी से बहुत अधिक है. आम आदमी पार्टी ने सूरत में बीजेपी के बाद दूसरे स्थान पर जगह बनाकर कई लोगों को चौंका दिया और 27 सीटों पर जीत हासिल की।
आधे से अधिक पर जीत दर्ज करने की कही बात
आपको बताते चलें कि, यहां पर कहा गया कि, आप अपने दावे पर इतनी उत्साहित है कि, उनकी पार्टी विधानसभा में आधे से अधिक सीटें जीतेगी और सूरत की कुल 12 विधानसभा सीटों में से सात से आठ सीटों पर जीत हासिल करेगी। सूरत विधानसभा की बात की जाए तो, सूरत में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर रहते हैं जो वहां के हीरे के व्यापार और कपड़ा उद्योग से जुड़े हैं. यह दूसरा फैक्टर जो आम आदमी पार्टी को यहां बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद देता है.महामारी के दौरान कारोबार ठप होने से अन्य राज्यों के प्रवासी मजदूर, जिनमें बड़ी संख्या में पंजीकृत मतदाता हैं। जिन्हें लेकर आप आशा के बीज बो रही है।