मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार हर बार से अलग नजर आया…सत्र के दौरान कांग्रेस जहां सदन से सड़क तक एकजुट दिखी…वहीं सरकार ने भी हल्ले हंगामे के बीच सदन चलाने की हर संभव कोशिश की…कुल मिलाकर 5 दिन में दोनों तरफ से नेता मोर्चे पर डटे रहे…नेताओं की जोर आजमाइश के बीच मुद्दे तो खूब उठे…