अब मध्य प्रदेश कांग्रेस अपने कार्यक्रमों में अनुशासन और सिस्टम के साथ आगे बढ़ना चाहती है… मंच पर बैठने से लेकर भाषण देने तक… सब कुछ अब गाइडलाइन के तहत होगा… दरअसल 10 मार्च को भोपाल में किसान आंदोलन के दौरान मंच पर क्षमता से ज़्यादा नेता बैठ गए और मंच धराशाई हो गया था…कई सीनियर नेता घायल हुए थे…इस घटना ने पार्टी को झकझोर कर रख दिया था… ये गाइडलाइन या यूं कहें लक्ष्मण रेखा उसी से निकली है…