जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस अब आर-पार की रणनीति पर आगे बढ़ रही है…इसी कड़ी में वो आदिवासी वोटबैंक को साधने के लिए बड़ी राजनीतिक बिसात बिछा रही है…दिल्ली में राहुल गांधी ने चार राज्यों के 18 आदिवासी नेताओं से मुलाकात की…जिसमें मध्यप्रदेश, झारखंड, राजस्थान और गुजरात के आदिवासी नेता शामिल रहे…इस बैठक में मध्यप्रदेश चार बड़े नेता शामिल हुए…डॉ विक्रांत भूरिया, सुनील उईके, रामू टेकाम और ओंकार सिंह मरकाम…बैठक में एक सुर में आवाज उठी…जातिगत जनगणना में आदिवासियों को हिंदू नहीं, गोंडी धर्म के तौर पर दर्ज किया जाए…