बलौदाबाज़ार की हिंसा ने कांग्रेस विधायक को छत्तीसगढ़ का नया ‘देवेंद्र’ बना दिया है.. सीनियर लीडर राहुल गांधी की राह पर चल रहे देवेंद्र यादव (संविधान की कॉपी लेते) को.. रिहाई के बाद दिल्ली से बुलावा भी आ गया.. जिसे लेकर प्रदेश की सियासी हलचलें बढ़ गईं हैं.. हालांकि, कांग्रेस इसे रूटीन मुलाकात बता रही है.. बलौदाबाजार मामले में गिरफ्तारी के बाद देवेंद्र यादव सियासी निशाने पर थे.. लेकिन उनकी ज़मानत के बाद कांग्रेस ने इसे सच्चाई की जीत बताया.. तो रिहाई के वक्त समर्थकों की भीड़ ने रायपुर से लेकर दिल्ली तक अलग संदेश दिया..