भोपाल। राजधानी के अशोकागार्डन क्षेत्र से एक युवकी की मौत का मामला सामना आया है। युवकी की मौत का खुलासा भी दो महीने बाद हो पाया है। वहीं परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस भी युवक को लंबे समय तक खोजती रही। यह अजीबोगरीब मामला अशोका गार्डन क्षेत्र में स्थित आयुष्मान अस्पताल का है। पुलिस ने अस्पताल के संचालक और दो डॉक्टर्स के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह है पूरा मामला
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि अशोका गार्डन क्षेत्र में रहने वाला 20 वर्षीय युवक आयुष्मान अस्पताल में बिजली का काम कर रहा था। काम करते समय वह हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया था। इससे उसके दोनों हाथ बुरी तरह झुलस गए थे। इसके बाद अस्पताल प्रबंध ने युवक के परिजनों को युवक का पूरा इलाज कराने का भरोसा दिया था। इसी सहमति के बाद युवक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ केस नहीं किया था। केस देख रहे एसआई तिवारी ने बताया कि इलाज के दौरान पुलिस ने 2-3 बार युवक को अस्पताल जाकर देखा भी है। पुलिस को परिजनों ने इलाज से संतुष्टि जताई थी। कुछ दिनों पहले ही युवक की मां रामबाई ने शिकायती आवेदन देकर जानकारी दी है कि युवक की मौत हो गई है। परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। इसको लेकर आयुष्मान अस्पताल के संचालक शशि, डाक्टर फजल और डॉक्टर शर्मा के खिलाफ 304 ए की धारा में FIR की है। हालांकि अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
परिजनों ने यह लगाए आरोप
युवक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रबंधन ने युवक का इलाज ठीक से नहीं किया है। जिस कारण उनके बेटे की मौत हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि युवक की हालत बिगड़ने के बाद उसे चिरायू अस्पताल ले जाया गया था। जहां कुछ दिनों तक इलाज किया गया और उसकी मौत हो गई। परिजनों ने कहा कि उन्हें बेटे का शव भी नहीं दिया गया। वहीं पुलिस का कहना है कि 26 दिसंबर को कोरोना संक्रमण के कारण युवक की चिरायू अस्पताल में मौत हो गई थी। मामले की जांच की जा रही है।