इंदौर, आठ जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश की आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह ने समूचे देश के आदिवासियों को हिंदू समुदाय का हिस्सा बताते हुए शुक्रवार को कहा कि उन लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए, जो जनजातीय समुदाय के सदस्यों को इस बात के लिए कथित रूप से भड़का रहे हैं कि वे इस साल होने वाली जनगणना के दौरान खुद को ‘गैर हिंदू’ के रूप में सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज कराएं।
सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘आदिवासी समुदाय के लोग पीढ़ी-दर-पीढ़ी हिंदू परंपराओं को मानते आ रहे हैं। शंकर शाह और रघुनाथ शाह जैसे हमारे (आदिवासी) पूर्वज आदि शक्ति के भक्त थे। उस समय जब यहां (भारत पर) मुगलों का शासन था, तब भी हमारे आदिवासी पूर्वजों ने इन परम्पराओं का पालन किया था।’
उन्होंने कहा, ‘आदिवासी कैसे गैर हिंदू हो सकता है? हम परम्पराओं को मानने वाले लोग हैं। भारत या मध्यप्रदेश का आदिवासी भी हिंदू ही है। इस सिलसिले में कोई सवाल खड़ा करने की बात ही नहीं है।’
सिंह ने किसी का नाम लिए बगैर दावा किया, ‘कुछ राजनीतिक दलों और संगठनों के लोग समाज को बांटने में लगे हैं। वे आदिवासी भाइयों को भड़काने में लगे हैं। वे आदिवासियों से कह रहे हैं कि आप हिंदू नहीं हैं और इस साल होने वाली जनगणना में उन्हें खुद को गैर हिंदू के रूप में (सरकारी रिकॉर्ड में) दर्ज कराना चाहिए।’
आदिम जाति कल्याण मंत्री ने कहा, ‘हमारा तो यह कहना है कि जो भी लोग इस तरह के प्रयास करें, उन पर राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज होना ही चाहिए, ताकि वे आइंदा ऐसी हरकत न कर पाएं।’
उन्होंने यह भी कहा कि आदिवासी समुदाय के लोग जागरुक हैं और वे धर्म को लेकर उन्हें भड़काने की कोशिश करने वाले लोगों के इरादे कामयाब नहीं होने देंगे।
सिंह अपने विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने इंदौर आई थीं।
भाषा हर्ष सिम्मी
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