हाइलाइट्स
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स्कूल में तंत्र-मंत्र का हड़कंप
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बच्चों और अभिभावकों में डर
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पुलिस-शिक्षा विभाग जांच में जुटा
Bhilai News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई (Bhilai News) स्थित बोरसी के एक सरकारी स्कूल में अंधविश्वास का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। प्राचार्य कक्ष के सामने खून से सनी कोयल, नींबू और सिंदूर से बने तंत्र-मंत्र जैसे निशान देखकर सुबह-सुबह बच्चे और शिक्षक सहम गए। यह घटना इतनी विचित्र थी कि बच्चों में भय (fear among students) फैल गया और कई ने स्कूल आने से इनकार कर दिया।
बलि के बाद बैगा बुलाकर कराई पूजा
मामले की जानकारी के अनुसार, जब शिक्षकों ने यह दृश्य देखा तो इसे तुरंत साफ कराने के बजाय अंधविश्वास में घिरकर एक बैगा को बुलाया। बैगा ने अगरबत्ती और कपूर जलाकर पूजा-पाठ किया और दावा किया कि उसने टोटके की काट (black magic remedy) कर दी है। बताया गया कि बैगा को इसके लिए भुगतान भी किया गया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो शिक्षकों ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) को भेजा।
पुलिस जांच और CCTV फुटेज की पड़ताल
शिकायत मिलने के बाद पद्मनाभपुर पुलिस ने स्कूल परिसर और आसपास लगे CCTV कैमरों की जांच शुरू कर दी है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि घटना शरारती तत्वों (mischief makers) की करतूत है या किसी ने जानबूझकर अंधविश्वास फैलाने के लिए किया। पुलिस का मानना है कि इस कृत्य का उद्देश्य बच्चों और शिक्षकों को डराना और स्कूल का माहौल बिगाड़ना था।
शिक्षा विभाग ने मानी शरारती तत्वों की हरकत
बीईओ राजेश्वरी चन्द्राकर ने कहा कि यह अंधविश्वास फैलाने की कोशिश है और बच्चों को डराने का प्रयास है। सभी शिक्षकों और छात्रों को समझाया गया है कि पढ़ाई का माहौल (school environment) खराब न होने दें। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने भी इस घटना पर गंभीरता जताई और थाने में शिकायत दर्ज कराई।
बच्चों और अभिभावकों में दहशत
घटना के बाद कई अभिभावक बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए। कुछ बच्चों ने अगले दिन स्कूल जाने से इनकार कर दिया। अभिभावकों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से स्कूल की साख और बच्चों का आत्मविश्वास (student confidence) प्रभावित होता है। शिक्षा विभाग ने आश्वासन दिया है कि दोषियों की पहचान जल्द होगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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