Ganesh Visarjan Muhurat 2025: बीते 10 दिनों से घरों और झांकियों में विराजे गणेशजी का विसर्जन आज कर दिया जाएगा। आपको बता दें पंचकों के चलते शुक्रवार 5 सितंबर को ही हवन पूजन कर दिया गया लेकिन इसके बाद आज 6 सितंबर को शुभ मुहूर्त में गणेश विसर्जन कर दिया जाएगा।
अनंत चतुर्दशी मुहूर्त तिथि
पर्व / तिथि | प्रारंभ | समाप्ति |
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अनंत चतुर्दशी मुहूर्त | 6 सितंबर 2025, रात 3:12 बजे | 7 सितंबर 2025, देर रात 1:41 बजे |
इसके बाद | 7 सितंबर 2025, | पूर्णिमा तिथि प्रारंभ |
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार अनंत चतुर्दशी मुहूर्त 6 सितंबर की रात 3:12 मिनट से शुरू हो जाएगा। जो 7 सितंबर की देर रात 1:41 तक रहेगा। इसके बाद पूर्णिमा तिथि आ जाएगी।
पंचकों में गणेश विसर्जन क्यों होता है शुभ
हिन्दू धर्म मान्यताओं के अनुसार पंचकों में गणेश स्थापना, गणेश विसर्जन, दुर्गा कलश स्थापना, दुर्गा विसर्जन शुभ माना जाता है। वो इसलिए क्योंकि पंचकों में जो काम होते हैं वे लगातार पांच वार हुए माने जाते हैं। इसलिए यदि इस दौरान जो शुभ काम होता है वो बार बार होने की कामना की जाती है।
क्या कहलाते हैं पंचक
(What is Panchak)
आपको बता दें शुभ कामों के लिए जब मुहर्त देखे जाते हैं उनमें पंचक भी शामिल हैं। पंचक वह समय है चंद्रमा के कुंभ और मीन राशि में होने के दौरान लगता है। ज्योतिष के अनुसार इस दौरान किए गए कार्य का प्रभाव पांच गुना बढ़ जाता है। इसलिए इस दौरान किए गए दुष्प्रभाव से बचने के लिए पंचक कोई भी शुभ कार्य करने से बचने के लिए सलाह दी जाती है।
ऐसे सजाएं पूजा की थाली
गणेश विसर्जन के लिए भक्त घरों में ही चावल और आटे से सुंदर तरीके से पूजा की थाली आरती सजा रहे हैं। कटारा हिल्स निवासी रचना वर्मा ने बड़े ही सुंदर तरीके से चावल को हरे और नारंगी रंग में रंग कर सजाया। इसमें आटे से दीपक बनाकर उन्हें सजाया गया।
गणेश जी के कान में क्या कहते हैं
विसर्जन के दौरान ऐसा माना जाता है कि बप्पा की विदाई के दौरान उनके कान में अपनी मनोकामना पूरी करने की कामना की जाती है। साथ ही उनके अगले वर्ष जल्दी आने की कामना की जाती है।