हाइलाइट्स
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कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट।
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बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव क्षेत्र बनने से मानसून सक्रिय।
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किसानों, व्यापारियों और आम लोगों को सुरक्षा की सलाह।
CG ka Mausam: मौसम विभाग के ताज़ा आँकड़ों के अनुसार 31 अगस्त से अगले चार दिनों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में वर्षा के वितरण में वृद्धि होने की संभावना है, जबकि कुछ स्थानों पर मध्यम से लेकर भारी बारिश और गरज-चमक (थंडरस्टॉर्म) की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम का संक्षिप्त सार और हाल की स्थिति
पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है; गोबरा-नवापारा और खरसिया में सबसे अधिक 5 सेमी तक बारिश मिली जबकि पुसौर, भैयाथान और चंद्रपुर में 3-4 सेमी रिकार्ड हुआ। वर्तमान में प्रदेश का अधिकतम तापमान करीब 33.2°C (दुर्ग) और न्यूनतम लगभग 22°C (पेण्ड्रा रोड) के आसपास है, आर्द्रता उच्च बनी हुई है और बादलों की आवरणत भी व्यापक है।
क्यों और तेज हो सकती है बारिश ?
मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि मानसून द्रोणिका अभी बीकानेर से होते हुए रायपुर तक विस्तारित है और उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर ऊपरी हवाओं में चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है; इसके अलावा 2 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की आशंका है, जो प्रदेश में नमी और अस्थिरता बढ़ा सकता है। इसलिए अगले कुछ दिनों में बरसात की तीव्रता बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।
किन क्षेत्रों में सतर्कता आवश्यक ?
अगले 48 से 96 घंटे के दौरान अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा सामान्य रहेगी परंतु कुछ स्थानों पर भारी वर्षा (CG ka Mausam) के साथ तेज बारिश, अचानक तेज हवा और वज्रपात होने की संभावना है; इस दौरान रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर, अंबिकापुर और आसपास के जिलों में स्थानीय तेज बारिश और तात्कालिक जलभराव की आशंका पर विशेष निगरानी रखी जानी चाहिए। लोगों से अपील है कि नदी-नाले और कमजोर इलाकों में अनावश्यक रूप से न जाएँ और मौसम अपडेट पर ध्यान दें।
रायपुर का लोकल पूर्वानुमान और समय-सारिणी संकेत
रायपुर में अगले दिन आसमान आंशिक मेघमय रहने के साथ एक-दो बार वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है; अधिकतम तापमान लगभग 33°C और न्यूनतम लगभग 25°C रहने का अनुमान है। सूर्यादय सुबह 05:48 और सूर्यास्त शाम 18:20 के आसपास रहेगा, इसलिए दिन के उजाले में यात्राएँ व बाहर के काम प्राथमिकता दें।
आप कैसे तैयार रहें ?
स्टेप 1: अपने घर की जलनिकासी और छत-रूफ की जाँच अभी कर लें ताकि तेज बारिश में पानी रुके नहीं; बारिश से पहले नाली-मुहल्ला ड्रेनेज साफ कर लें और जरूरी सामान ऊँची जगह पर रखें।
स्टेप 2: यदि आप किसान हैं तो पहले से तैयार रहें। ताज़ा बोई गई फसल के निचले हिस्सों की सुरक्षा करें, डॉग भिगोने/छाया लगाने की व्यवस्था पर विचार करें और पशुओं को सुरक्षित, ऊँची जगह पर रखें; सोनें-ताड़म- खेतों में जोखिम अधिक है तो फसल कटाई की संभावना पर स्थानीय कृषि अधिकारी से सलाह लें।
स्टेप 3: यात्रा और वाहनों के लिए सावधानी अपनाएँ। नदी/नाले पार करने से बचें, दूरदराज रूट पर निकलने से पहले मौसम और ट्रेन/सड़क स्थिति की पुष्टि कर लें और तेज हवा में हाईवे पर धीमी गति अपनाएँ।
स्टेप 4: स्वास्थ्य-सुरक्षा, बिजली कटने या वज्रपात के समय खुले स्थान, ऊँचे पेड़ और धातु के स्तंभों के पास न रहें; रोग प्रतिरोधक परिवारों (बच्चे, बुजुर्ग) के लिए जरूरी दवाइयाँ हाथ में रखें और पानी-साफ रखने की व्यवस्था करें।
स्टेप 5: आपातकालीन किट व संपर्क के लिए टॉर्च, अतिरिक्त मोबाइल बैटरी, प्राथमिक चिकित्सा किट, स्थानीय आपदा नियंत्रण कक्ष/पुलिस और 112 का नंबर नोट करके रखें; किसी भी बाढ़/आपात में 112/स्थानीय कंट्रोल रूम को तुरंत सूचित करें।
किसानों, व्यापारियों और स्कूलों के लिए व्यवहारिक सुझाव
किसानों को खेतों के निचले हिस्सों में पानी निकास की अस्थायी नलों/ड्रेन तैयार करनी चाहिए और यदि भारी बारिश लंबे समय तक दिखे तो ताज़ा कटाई को प्राथमिकता दें; व्यापारियों को स्टॉक व परिवहन योजनाओं का बैकअप रखें और स्कूलों को आवश्यकता अनुसार क्लास शेड्यूल समायोजित करना चाहिए ताकि छात्र शाम के समय यात्रा न करें।
इमरजेंसी की स्थिति में क्या करें ?
यदि अचानक घर में पानी घुसे या आसपास बाढ़ बढ़े तो तुरंत ऊँची जगह की ओर जाएँ, बिजली सप्लाई बंद कर दें और 112 या स्थानीय आपदा प्रबंधन को सूचित करें; अपने परिवार के साथ एक पहले से तय रुट और मीटिंग प्वाइंट तय रखें और बच्चों तथा बुजुर्गों को प्राथमिकता से सुरक्षित स्थान पर ले जाएँ।
कैसे मौसम अपडेट देखें और भरोसेमंद सूचना पाएं
मौसम (CG ka Mausam) की तेज़ी से बदलती स्थिति में आधिकारिक सूचनाओं के लिए स्थानीय मौसम केन्द्र, राज्य आपदा प्रबंधन अथॉरिटी और भारतीय मौसम विभाग (IMD) पर नजर रखें; सोशल मीडिया पर अफवाहें फैल सकती हैं इसलिए केवल आधिकारिक चैनलों से मिली जानकारी पर भरोसा करें।
FAQs..
Q1. अगले कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ में मौसम कैसा रहने वाला है?
उत्तर- प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में 31 अगस्त से 4 सितंबर तक हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहेगी। कुछ जिलों में मध्यम से भारी बारिश और गरज-चमक की संभावना है, खासकर रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अंबिकापुर और बस्तर क्षेत्र में।
Q2. भारी बारिश के दौरान किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
उत्तर- नदियों-नालों को पार करने से बचें, छत और नाली की सफाई कर लें, बिजली कटने की स्थिति में टॉर्च/बैटरी तैयार रखें और बच्चों-बुजुर्गों को सुरक्षित जगह पर रखें।
Q3. किसानों को इस मौसम में क्या तैयारी करनी चाहिए?
उत्तर- खेतों में अतिरिक्त पानी निकासी का इंतजाम करें, ताज़ा बोई गई फसल को सुरक्षित करें, पशुओं को ऊँची जगह पर रखें और आवश्यकता पड़ने पर कटाई का निर्णय स्थानीय कृषि अधिकारी की सलाह से लें।
Q4. वज्रपात (लाइटनिंग) से कैसे बचें?
उत्तर- खुले मैदान, ऊँचे पेड़ या बिजली के खंभों के पास न खड़े हों, बारिश के दौरान मोबाइल/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग बाहर न करें और सुरक्षित घर या पक्के भवन में शरण लें।
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