MP Congress District Presidents appointment Controversy: मध्यप्रदेश कांग्रेस में जिला अध्यक्षों की नई नियुक्ति के बाद प्रदेशभर में हलचल मच गई है। अब कांग्रेस जिला अध्यक्ष की लड़ाई अब दिल्ली तक जा पहुंची है। इंदौर में विपिन वानखेड़े को जिला अध्यक्ष बनाए जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पहुंचकर मोर्चा खोल दिया है। दिल्ली के AICC मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन जारी है।
इधर, मध्यप्रदेश कांग्रेस के जिला और शहर अध्यक्ष संगठन सृजन अभियान को लेकर दिल्ली में हैं। संगठन सृजन अभियान कार्यक्रम में सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य वरिष्ठ नेता नए कांग्रेस जिलाध्यक्षों की बैठक ले रहे हैं। राहुल गांधी मुख्य रूप से उन्हें ‘कैडर मैनेजमेंट’ के टिप्स दे रहे हैं। सभी की ट्रेनिंग हो रही है।
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— Bansal News Digital (@BansalNews_) August 24, 2025
जिला अध्यक्ष की नियुक्ति पर विवाद
दरअसल, मध्यप्रदेश कांग्रेस ने 16 अगस्त को 71 नए संगठनात्मक जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्षों के नामों की घोषणा की थी। इसके बाद कई जिलों में नवनियुक्त जिला अध्यक्षों को लेकर विरोध के स्वर उठने लगे और अब विवाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक पहुंच गया है। इंदौर जिले के नए कांग्रेस अध्यक्ष विपिन वानखेड़े की नियुक्ति को लेकर सबसे ज्यादा विरोध देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर रविवार को कांग्रेस मुख्यालय में इन नवनियुक्त अध्यक्षों की संगठनात्मक ट्रेनिंग चल रही थी, वहीं दूसरी ओर AICC दफ्तर के बाहर कई कार्यकर्ता विरोध दर्ज कराते नजर आए
दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
विरोध के चलते कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंच गए हैं और AICC मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि विपिन वानखेड़े इंदौर जिले के नहीं हैं, ऐसे में उन्हें जिला अध्यक्ष बनाना स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय है।
कई जिलों में दिखा असंतोष
केवल इंदौर ही नहीं, बल्कि भोपाल, देवास, उज्जैन समेत कई जिलों में कार्यकर्ताओं ने नए अध्यक्षों की नियुक्ति पर नाराजगी जाहिर की है। कई जगहों पर सोशल मीडिया पर विरोध, तो कहीं पार्टी कार्यालयों में आपसी टकराव की तस्वीरें सामने आई हैं। कई नेताओं ने पद से इस्तीफा भी दे दिया।
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संगठन सृजन अभियान: जिला अध्यक्षों की ट्रेनिंग
इधर, दिल्ली में कांग्रेस के ‘संगठन सृजन अभियान’ का कार्यक्रम चल रहा है, जिसके तहत मध्यप्रदेश के सभी नव नियुक्त जिला और शहर अध्यक्ष दिल्ली में मौजूद हैं। नई जिम्मेदारी संभालने जा रहे इन जिला अध्यक्षों को दिल्ली स्थित ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के नए कार्यालय में विशेष ट्रेनिंर दी जा रही है। इस वर्कशॉप को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संबोधित किया और पार्टी को मजबूत करने के गुर सिखाए।
संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी कार्यक्रम में मौजूद रहे और संगठनात्मक अनुशासन, टीम लीडरशिप और ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने जैसे विषयों पर मार्गदर्शन दिया। अब राहुल गांधी इन नव नियुक्त जिलाध्यक्षों को कैडर मैनेजमेंट पर खास टिप्स हे रहे हैं।
तीन महीनों में टीम गठन, छह महीने में परिणाम की चुनौती
कार्यशाला में नए जिलाध्यक्षों को साफ निर्देश दिया गया है कि वे तीन महीने के भीतर जिला और ब्लॉक स्तर की कार्यकारिणी बनाएं और छह महीनों में संगठन को सक्रिय रूप से मैदान में उतारें। यह भी स्पष्ट किया गया कि जो प्रदर्शन नहीं करेंगे, उन्हें बदला भी जा सकता है। इस कार्यशाला में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार शामिल हुए।
संगठन सृजन अभियान का प्रजेंटेशन
पूर्व आईएएस अधिकारी और कांग्रेस ट्रेनिंग डिपार्टमेंट के वरिष्ठ सदस्य शशिकांत सेंथिल ने एक प्रभावशाली प्रजेंटेशन के माध्यम से संगठन सृजन अभियान का पूरा रोडमैप साझा किया। उन्होंने बताया कि जिस पारदर्शिता के साथ जिला अध्यक्षों का चयन हुआ है, उसी प्रक्रिया का पालन करते हुए ब्लॉक और सेक्टर स्तर की टीम भी बनानी होगी।
कांग्रेस हेडक्वार्टर का भ्रमण और नई कार्यशैली से रूबरू
शनिवार को मध्यप्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों ने दिल्ली के 9A कोटला रोड स्थित AICC मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान PCC अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने सभी नेताओं को पार्टी के नए कार्यालय की कार्यशैली, संचालन प्रक्रिया और संगठनात्मक तंत्र की जानकारी दी।
कार्यशाला में जिलाध्यक्षों को बताया गया कि वे अपनी जिला इकाई में उन्हीं कार्यकर्ताओं को जगह दें, जो न केवल सक्रिय हों, बल्कि पार्टी की विचारधारा और मूल्यों के प्रति निष्ठावान भी हों।