हाइलाइट्स
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मनरेगा अभियंता संघ के इंजीनियर आंदोलन पर
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115 विधायकों व 12 मंत्रियों को सौंपा ज्ञापन
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1335 इंजीनियर्स ने MPDEA से दिया इस्तीफा
MP MNREGA Engineers Strike: मनरेगा अभियंता संघ का अवकाश तीसरे दिन दिन भी जारी रहा। इस दौरान प्रदेशभर में संघ ने 115 विधायकों और डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा सहित 12 से अधिक मंत्रियों को ज्ञापन सौंपा और समर्थन पत्र प्राप्त किए।
MPDEA से 1335 संविदा इंजीनियर का इस्तीफा
उप-प्रांताध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा ने बताया कि मनरेगा संघ में शामिल 1335 संविदा उपयंत्रियों ने मध्यप्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर संगठन से (MPDEA) से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। उनका आरोप है कि संगठन ने बीते 10 वर्षों से उनकी मांगों को उचित मंच पर नहीं उठाया। उससे आहत होकर यह कदम उठाया है और अपना स्वतंत्र संगठन बनाया है।
इंजीनियर्स का एक धड़ा आंदोलन से दूर
इधर, RES और ग्रामीण सड़क प्राधिकरण के प्रमुख अभियंताओं ने पत्र जारी कर अवकाश को शासन विरोधी बताया और वैकल्पिक ड्यूटी लगाने की बात कही। इस पर संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सतीश समेले ने कहा, प्रमुख अभियंता तकनीकी रूप से शून्य है और उन्हें मनरेगा की कार्यप्रणाली की कोई जानकारी नहीं है।
इसलिए दो फाड़ हुआ अभियंताओं संगठन
वे अपने बयान में कह चुके हैं कि मनरेगा के उपयंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कर्मचारी नहीं हैं। अन्य विभागों के अभियंता मनरेगा कार्य नहीं कर सकते, क्योंकि तकनीकी प्राक्कलन सुरक्षित सॉफ्टवेयर से उपयंत्रियों की व्यक्तिगत आईडी पर आधारित होता है। जिनका समय-समय पर प्रशिक्षण होने के बाद वह सॉफ्टवेयर आधारित योजना को जमीन पर मूर्त रूप देते हैं।
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संघ ने कहा-मांगों के निराकरण तक आंदोलन
मनरेगा अभियंता संघ ने स्पष्ट किया कि इस तरह के दबाव से आंदोलन प्रभावित नहीं होगा और उनकी आठ सूत्री मांगों के निराकरण तक अवकाश और आंदोलन जारी रहेगा।